लखनऊ : यूपी सरकार ने बेसिक विद्यालय में कई साल से पदोन्नति व परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। सरकार के इस आदेश से शिक्षकों को अपने घर या पास के जिले में आने का मौका मिलेगा।
शासन ने बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति और जिले के अंदर व दूसरे जिले में परस्पर तबादले का आदेश जारी कर दिया है। जनवरी में इन दोनों प्रक्रियाओं से 40 हजार से अधिक शिक्षक लाभान्वित होंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल के अनुसार पदोन्नति प्रक्रिया अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के अनुसार होगी। ऑनलाइन स्कूल आवंटन छह जनवरी से होंगे। ~इसमें 20 से 25 शिक्षक शामिल हो सकते हैं।~ परस्पर तबादलों की रिलीविंग व ज्वाइनिंग 11 से 13 जनवरी के बीच होगी। जिले के अंदर 20 हजार 752 और दूसरे जिले के तबादले में लगभग 2000 शिक्षक शामिल हैं।
जोड़ा टूटने की संभावना, प्रभावित होंगे शिक्षक
बेसिक विद्यालय के शिक्षकों की पदोन्नति और जिले के अंदर व दूसरे जिले में परस्पर तबादले का आदेश जारी कर दिया है। पर अब भी इसमें कुछ पेंच है। इन दोनों प्रक्रिया के बीच कई शिक्षक संगठनों ने विभागीय अधिकारियों से मिलकर पहले परस्पर तबादले और फिर पदोन्नति की मांग की थी, ताकि पदोन्नति होने के बाद उनके जोड़े न टूटें। अधिकारियों ने इसके लिए आश्वस्त भी किया था। किंतु अब जब आदेश जारी किया गया तो पहले पदोन्नति और फिर परस्पर तबादले होंगे। ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि काफी जोड़े टूट जाएंगे।
मालूम हो कि 2016 के बाद बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया फरवरी से शुरू हुई थी पर अब तक पूरी नहीं हो पाई।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष निर्भय सिंह ने बताया कि कई जिलों में खाली पदों की सूची और पदोन्नत शिक्षकों की सूची अब तक जारी नहीं हुई है। किसी जिले में नियुक्ति तिथि समान होने पर चयन गुणांक तो कहीं पर जन्म तिथि को वरिष्ठता का आधार बनाया गया है। पदोन्नति में टेट अनिवार्य होगा, फिर भी टेट की अनदेखी की गई है। तबादले के लिए आवेदन करने वाले शिक्षक का नाम पदोन्नति में आया तो उसका पेयर टूटने का डर अलग है।