वर्तमान शिक्षा में बदलाव की है जरूरत धनंजय
प्रयागराज, गुफ्तगू की ओर से सोमवार को सिविल लाइंस स्थित होटल यात्रिक में गोष्ठी और मुशायरा संपन्न हुआ। इस अवसर पर वैश्विक शिक्षा परिवेश में भारत विषय पर हुई गोष्ठी में अमेरिका के साहित्यकार धनंजय कुमार ने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के वर्तमान स्वरूप को समझने और इसमें परिवर्तन करने की जरूरत है।
इविवि मीडिया स्टडीज सेंटर के कोआर्डिनेटर डॉ. धनंजय चोपड़ा ने कहा कि बच्चों में अब रटने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जबकि इससे बुद्धि का विकास नहीं होता। पंकज जायसवाल ने कहा कि अब बच्चों को चित्रों और रेखाचित्रों के माध्यम से बच्चों को समझाना आसान हो गया है। गुफ्तगू के अध्यक्ष इम्तियाज अहमद गाजी ने कहा कि आज के समय में बच्चों का सही मार्गदर्शन करना जरूरी है। प्रधानाध्यापिका सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं। संचालन शैलेंद्र जय ने किया। अनिल मानव, नरेश महरानी, डॉ. वीरेंद्र तिवारी, धीरेंद्र सिंह नागा, कमल किशोर कमल, शाहिद सफर, शकील सिद्दीकी ने कलाम पेश किए