लखनऊ। प्रदेश के नगर क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है, अधिकांश विद्यालय शिक्षा मित्रों के भरोसे ही चल रहा है। यह बातें बुधवार को दारुलशफा में उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ की प्रांतीय बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कही। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि नगर क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करे सरकार, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण तालीम मिल सकें।
अनिल यादव ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में एक लाख 48 हजार शिक्षा मित्रों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए सरकार रास्ता निकाले। शासन की कमेटी की बैठक एक महीने पहले हो चुकी है लेकिन नतीजे की जानकारी नदीं दी गई। शिक्षा मित्र इस बात से चिंतित हैं कि कही आचार संहिता न लग जाये और शिक्षा मित्रों के लिए बनी कमेटी निर्थक न हो जाये। शिक्षा मित्र अल्प मानदेय पर 80 से 100 किलो मीटर दूर विद्यालयों में शिक्षण कार्य करा रहे हैं। जिससे वह आर्थिक व मानसिक रूप से त्रस्त हो चुके हैं। प्रदेश महा मंत्री संदीप दत्त ने कहा कि शिक्षकों व शिक्षा मित्रों की ड्यूटी सामान्य लोक सभा चुनाव में लगायी जा रही है लेकिन उन शिक्षकों व शिक्षा मित्रों की ड्यूटी न लगाई जाय जो गम्भीर रूप से बीमार है या विकलांग, इसके साथ जो पति पत्नी दिनों कर्मचारी हैं तो ऐसी दशा में एक ही कि ड्यूटी लगाई जाय। बैठक में श्याम शंकर यादव, रामधन, अजित सिंह, अमित सिंह, पवन वर्मा, धर्मपाल यादव, विकाश, विनय सिंह, सहित सभी प्रांतीय पदाधिकारी मौजूद रहे।