बरेली,। सत्र 2023-24 खत्म होने में लगभग दो महीने ही बचे हैं। अब जाकर इस सत्र की आधी कंपोजिट ग्रांट जारी हुई है। इस कंपोजिट ग्रांट का 31 मार्च तक स्कूलों को उपभोग करना होगा। उन हेडमास्टर के सामने समस्या आएगी जिन्होंने पूरी ग्रांट की उम्मीद में पहले ही काम करवा लिया है।
बेसिक स्कूलों को छात्र संख्या के आधार पर हर वर्ष 10 हज़ार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की कंपोजिट ग्रांट जारी होती है। उपकरणों की मरम्मत, ग्रीन बोर्ड, चाक-डस्टर, स्टेशनरी, विज्ञान-गणित किट, खेल सामग्री,रंगाई-पुताई आदि पर यह पैसा खर्च होता है। एक अप्रैल 2023 को सत्र 2023-24 शुरू हुआ था। 31 मार्च 2024 को यह सत्र समाप्त हो जाएगा। साफ है कि इस सत्र में अब केवल दो महीने बचे हैं। अब जाकर ग्रांट जारी हुई है। वो भी केवल 50 फीसदी।
बहुत से हेडमास्टर ने जरूरतों के अनुसार पहले ही अपने स्कूल में सामान की खरीद अथवा मरम्मत का काम करवा लिया। आधी ग्रांट आने से इन लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इनके भुगतान में दिक्कत आएगी।
जिला समन्वयक आशीष कुमार ने बताया कि ग्रांट आ गई है। अब आवश्यकता के अनुसार स्कूल काम करवा सकते हैं।
बदायूं को 510 लाख मिले
बरेली मंडल की बात की जाए तो शाहजहांपुर को सबसे ज्यादा 572 लाख रुपये की ग्रांट जारी हुई है। बरेली को 537 लाख, बदायूं को 510 लाख रुपये और पीलीभीत को 318 लाख रुपये मिले हैं। लखीमपुर खीरी के स्कूलों को 740 लाख रुपये दिए गए हैं।
प्रदेश में सीतापुर को सबसे ज्यादा धन मिला
प्रदेश में सीतापुर को सबसे ज्यादा 816 लाख रुपये की ग्रांट जारी हुई है। हरदोई को 745 लाख, बहराइच को 712 लाख, अंबेडकर नगर को 660 लाख, जौनपुर को 651 लाख,गोंडा को 602 लाख, बाराबंकी को 594 लाख, आजमगढ़ को 593 लाख, गोरखपुर को 533 लाख, कुशीनगर को 518 लाख और सिद्धार्थ नगर को 502 लाख रुपये जारी हुए हैं।