ज्ञानपुर। दूसरे के अभिलेख से नौकरी कर रहे दो शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। उनको 17 फरवरी तक सेवा समाप्ति के अंतिम नोटिस का जवाब देना था लेकिन कोई उपस्थित ही नहीं हुआ। इन शिक्षकों से रिकवरी की तैयारी में जुट गया है। एक साल में सात शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। संपूर्णानंद संस्कृत विद्यालय से पढ़ाई करने वाले कई शिक्षकों की जांच चल रही है।
विश्वविद्यालय से डिग्री की सत्यापन रिपोर्ट आने पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय कसिदहां में तैनात शिक्षक संजय सिंह और डीघ ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगापुर तलियां के शिक्षक राजकुमार को अंतिम नोटिस जारी कर 17 फरवरी तक उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था। दोनों ही उपस्थित नहीं हुए तो बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। उन्होंने बताया कि दोनों शिक्षक जौनपुर जिले के रहने वाले हैं। दोनों से वसूली के लिए जल्द ही रिकवरी पत्र भेजा जाएगा।
फर्जी अंकपत्र से नौकरी करने के मामले में पिछले एक साल में ही सात शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। इसमें अभोली ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भौथर में जौनपुर निवासी शिक्षक सुरेंद्र कुमार यादव, अगस्त में भदोही ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय माधोरामपुर में तैनात सहायक अध्यापक नीलम मौर्या, प्राथमिक विद्यालय रयां के ब्रह्मेश्वर यादव व प्राथमिक विद्यालय लीलाधर पुर में तैनात सहायक अध्यापक सुधा स्वरूप शामिल हैं। उन्हें बर्खास्त किया जा चुका है। औराई ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय चिंतामणिपुर के सहायक अध्यापक जितेंद्र कुमार की सेवा समाप्त कर दी गई है। वह लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे थे। अभी 10 शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो सका है। रिपोर्ट आने पर उन पर भी कार्रवाई हो सकती है।