हरदोई
निज संवाददाता
17 फरवरी 2024
जनपद हरदोई से एक अलग ही मामला सामने आया है, पता लगा है कि एक शिकायत कर्ता ने जब अपने विद्यालय में बरती जा रही अनियमितता और विद्यालय इंचार्ज द्वारा गुप्त रूप से अपना निजी स्पाई कैमरा लगाने का विरोध किया तो जाँच अधिकारी ने एकबार तो विद्यालय में लगे गुप्त रूप से निजी स्पाई कैमरा को सार्वजनिक रूप से लगा करार दे दिया और जब शिकायत कर्ता ने असंतुष्टि जाहिर की तो उसी को दबाव में लेने के लिए उसके विभिन्न प्रशिक्षणों में प्रतिभाग करने को लेकर उसको अनुशासनहीनता की चेतावनी दे डाली कि आपने विभिन्न प्रशिक्षणों में जाने के आदेश नहीं प्राप्त कराए । मतलब गजब ही मामला है , शिकायत क्या है और उसका निस्तारण क्या किया जा रहा है ।

शिकायतकर्ता अपनी शिकायत में arp को लेकर शिकायत कर रहा है कि वो विद्यालय में आकर ठीक से पर्यवेक्षण नहीं कर रहा , न तो कक्षा शिक्षण करके दिखा रहा , न तो सामूहिक चर्चा सत्र कर रहा न ही ब्लॉक की बैठकों में 6 महीने से प्रतिभाग कर रहा जबकि ARP को सुपरविजन के दौरान कक्षा शिक्षण करके भी दिखाना होता है जिससे अध्यापन में आ रही विषयगत समस्याएं दूर हो सकें।
लेकिन यहां तो निस्तारण ये किया जा रहा है कि उसका चयन इन इन नियमों के अधीन किया गया है । शिकायतकर्ता व्यक्तिगत रंजिश के चलते शिकायत कर रहा है ।
ये गजब मामला आया है हरदोई के प्राथमिक विद्यालय भरावन प्रथम से और शिकायतकर्ता हैं वहीं के एक अध्यापक और स्पाई कैमरा लगाने वाली मैडम हैं वहां की प्रधानाध्यापिका और arp उसी ब्लॉक के हैं जिनके कारनामे चर्चा में छाए हुए हैं।
इस संबंध में उच्च अधिकारी स्तर से निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए तभी विद्यालय का माहौल सुधर सकता है और जो भी दोषी पाए जाएं उन पर कार्यवाही होनी चाहिए।