लखनऊ,। पेशे से डॉक्टर शुभम मंडल ने पांच फरवरी 2024 को फ्लाइट के जरिए पटना से अहमदाबाद पहुंच कर ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयर हाउस में रखा ट्रंक बॉक्स खोला था, जिसमें से पेपर निकाल कर मोबाइल से उसकी फोटो ली गई थी। शुभम फिलहाल एसटीएफ की हिरासत में है, जहां उससे पूछताछ चल रही है।
पूछताछ में पता चला कि तीन फरवरी 2024 को अभिषेक शुक्ला अहमदाबाद चला गया था और रवि अत्री भी अहमदाबाद आ गया था। फिर चार फरवरी को शिवम गिरि ने वेयर हाउस में ट्रंक बॉक्स की फोटो खींचकर अभिषेक को भेजी। अभिषेक ने वह फोटो रवि अत्री को भेजा। रवि ने अभिषेक के सामने भोपाल में रह रहे प्रयागराज निवासी राजीव नयन मिश्रा को कॉल कर सारी बातें बताई और बॉक्स की फोटो भेजी। पांच फरवरी को राजीव नयन मिश्रा भोपाल से अहमदाबाद पहुंचा और तीन लाख रुपये शिवम के खाते में डाले। इसी दिन बॉक्स खोलने में एक्सपर्ट शुभम को अहमदाबाद आने के लिए कहा गया। वह पांच फरवरी को ही रात्रि में करीब 9.30 बजे अहमदाबाद पहुंच गया। अभिषेक, रवि तथा राजीव मिश्रा एयरपोर्ट से शुभम को लेकर रात्रि में ही करीब 11.30 बजे टीसीआई कंपंनी में पहुंचे, जहां पर शिवम गिरि और रोहित पांडेय मौजूद थे। शिवम के साथ शुभम और रोहित पांडेय टीसीआई कंपनी के अंदर गए गए और शुभम द्वारा ट्रंक बॉक्स को पीछे से खोलकर सिपाही भर्ती परीक्षा के 2 कोड के पेपर निकाल कर फोटो खींच ली गई।
फोटो खींचने के बाद अभिषेक, रवि, शुभम व राजीव मिश्रा दशमेश होटल चले गए। शिवम गिरि व रोहित पांडेय टीसीआई कंपनी के मेस में ही रुक गए थे। फिर सात फरवरी को भी 01 कोड का प्रश्नपत्र और आया, जिसकी जानकारी शिवम गिरि ने अभिषेक को दी और अभिषेक ने राजीव मिश्रा व रवि को बताया। आठ फरवरी को रवि ने फिर से शुभम व राजीव मिश्र को दोबारा अहमदाबाद बुलाया। राजीव मिश्रा ने अपना मोबाइल फोन शुभम को देकर कहा कि शिवम के साथ जाकर परीक्षा के पेपर की फोटो खींच लो। फिर शिवम व रोहित के साथ शुभम कंपनी के अंदर गया और ट्रंक बॉक्स पीछे से खोलकर एक कोड का पेपर निकालकर फोटो खींची। फिर आठ फरवरी को ही शुभम फ्लाइट से पटना चला गया ।
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है राजीव मिश्रा
राजीव मिश्रा व रवि ने परीक्षा के प्रश्नपत्र को विक्रम पहल, मोनू ढाकला, विक्रम दहिया, महेन्द्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनखड़ (नेचर वेली रिसोर्ट का मालिक) और नीटू धीरज उर्फ गोल्डी (वालीबुड रेस्टोरेंट सोनीपत हरियाणा का मालिक) आदि को दिया था। राजीव मिश्रा ने 2021 में यूपी टीईटी का पेपर भी लीक कराया था। उस समय एसटीएफ से उसे गिरफ्तार कर कौशाम्बी जिले में जेल भेजा था। राजीव मिश्रा ने ही 2023 में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा मध्यप्रदेश का भी पेपर लीक कराया था। इसमें ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा था। अभियुक्त रवि अत्री एमबीबीएस है। वह भी संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा मध्यप्रदेश के पेपर लीक में शामिल था। उसके विरुद्ध हरियाणा के रोहतक में मुकदमा दर्ज है
गिरफ्तार अभियुक्तों से एक प्रश्नपत्र भी मिला
लखनऊ, । एसटीएफ ने सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने वाले गैंग के तीनों अभियुक्तों को गाजियाबाद के विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित लालकुआं फ्लाईओवर से गिरफ्तार किया। गैंग के तीनों सदस्यों को मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में पूर्व में दर्ज कराए गए मुकदमे में दाखिल किया गया है। उनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन तथा 18 फरवरी को दूसरी पाली में हुई परीक्षा का एक प्रश्नपत्र बरामद हुआ है।
डीजीपी ने बताया कि अभिषेक शुक्ला बीएससी पास है। वर्ष 2021 में उसने टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी अहमदाबाद में ट्रेनिंग एक्जीक्यूटिव के पद पर ज्वाइन किया था। इस बीच अभिषेक की पहचान गौतमबुद्धनगर के रवि अत्री से हुई। टीसीआई में उसकी मुलाकात शिवम गिरि और रोहित पांडेय से हुई।
शिवम गिरि ने पूछताछ में बताया कि 2020 में उसने दिल्ली में टीसीआई में करीब 10-11 माह काम किया था। दिसंबर 2020 में उसका तबादला खेड़ा वेयर हाउस अहमदाबाद हो गया था। पेपर लीक की घटना को अभिषेक, शिवम और रोहित ने मिलकर रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा के सहयोग से अंजाम दिया। अत्री ने राजीव को भोपाल से और शुभम मंडल को पटना से बुलाया था। एसटीएफ शुभम मंडल से पूछताछ कर रही है।
रवि अत्री ने बताई थी पेपर आने की बात
डीजीपी ने बताया कि रवि अत्री ने अभिषेक शुक्ला को टीसीआई कंपनी में सिपाही भर्ती का पेपर आने की बात बताई थी। फिर अभिषेक ने शिवम से प्रेस में कोई भी मेटीरियल या पेपर कंपनी में आने पर उसे बताने को कहा। रवि अत्री ने पेपर आउट कराने में पांच लाख रुपये तथा सभी काम सकुशल होने के बाद 15 से 20 लाख रुपये देने को कहा था। साथ ही रवि अत्री ने यह भी कहा था कि यदि शिवम गिरि के साथ कोई और व्यक्ति भी पेपर आउट कराने में उसकी मदद करेगा तो उसे भी पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके बाद पहली फरवरी 2024 को शिवम ने अभिषेक को कॉल करके बताया था कि शायद यूपी पुलिस का पेपर आया है।