लखनऊ, । प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी स्कूलों में रजिस्टरों को डिजिटल करने के मामले में कोई विशेष प्रगति नहीं होने से शासन स्तर पर बेहद नाराजगी व्यक्त की गई है। एक उच्चस्तरीय बैठक में उठे इस मुद्दे के बाद शुक्रवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने सख्त रुख अपना लिया है।
परिणाम स्वरूप स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन के कार्य को सख्ती के साथ शीघ्र पूरा कराएं। जिस स्तर पर इस प्रकरण में लापरवाह बरती जा रही है या हीलाहवाली की जा रही है, उसके खिलाफ कार्रवाई करें। महानिदेशालय के निर्देश के बाद जिलों में अब इसे कड़ाई से पालन कराने के लिए कवायद तेज कर दी गई है।
उच्चस्तरीय बैठक में बताया गया था कि शासन द्वारा शिक्षकों को लेकर इस मामले में लचीला रुख अपनाने के बावजूद एक महीने में शेष रजिस्टरों को डिजिटल करने में बमुश्किल पांच से सात फीसदी ही प्रगति हो सकी है। महानिदेशालय ने बीएसए के माध्यम से सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को ऐसे स्कूलों व शिक्षकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए जो रजिस्टरों को डिजिटल में फिसड्डी हैं। बताया जाता है कि निर्देशों के बाद कुछ विद्यालयों का निरीक्षण कर कई बीईओ ने डिजिटल रजिस्टरों की स्थिति परखते हुए आख्या भी भेजना शुरू कर चुके हैं। अब तक मिली आख्याओं में से ज्यादातर में कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इस आधार पर स्कूलों व शिक्षकों को नोटिस भी जारी की जा रही है। बताया जाता है कि इन आख्याओं व नोटिसों के आधार पर बीएसए के स्तर से अब कार्रवाई शुरू हो सकती है