प्रयागराज उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (यूपीईएसएससी) के गठन का इंतजार खत्म होने वाला है। नए आयोग के छह सदस्यों का नाम फाइनल हो गया है। नामों पर स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री के पास फाइल भेजी गई है। इन नामों पर गुरुवार को स्वीकृति मिलने की संभावना है और उसी के साथ आयोग की घोषणा कर दी जाएगी। छह सदस्यों के चयन के साथ ही आयोग का गठन हो जाएगा। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज के भवन में इसका मुख्यालय बनाया गया है। नए आयोग के गठन के साथ ही चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का उसमें विलय हो जाएगा।
बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षक भर्ती कर रही अलग- अलग संस्थाओं को खत्म करते हुए प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (यूपीईएसएससी) बनाया। आयोग की नियमावली पिछले वर्ष बन गई थी। यही आयोग अल्पसंख्यक महाविद्यालयों व प्राविधिक विद्यालयों के लिए भी चयन करेगा। आयोग में अध्यक्ष और 12 सदस्यों के पद सृजित हैं। इन पदों पर चयन के लिए 22 दिसंबर 2023 को आवेदन मांगे गए थे। 25 दिन तक आवेदन लिए गए। उसके बाद से इन पदों पर चयन के लिए शासन में प्रक्रिया चल रही
था। रिक्त पदा क सापक्ष आए आवेदनों में से छह सदस्यों का चयन करके स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री के पास भेजा गया है। चयन होने के बाद वह सदस्य मुख्यालय, प्रयागराज में कार्यभार ग्रहण करेंगे। आयोग गठन से पूर्व विज्ञापित अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में प्रवक्ता के 1017 पदों और एडेड माध्यमिक विद्यालयों में प्रवक्ता व सहायक अध्यापक के 4163 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बाकी छह नामों के लिए प्रक्रिया चल रही है। लोकसभा चुनाव नजदीक है और आयोग का गठन न होने से युवाओं में नाराजगी थी।
अध्यक्ष पद के लिए नहीं मिल रहे योग्य अभ्यर्थी
शासन की मंशा के अनुरूप आयोग के अध्यक्ष के रूप में योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं। अध्यक्ष पद के सापेक्ष आवेदन तो कई आए हैं, लेकिन उसमें से अब तक किसी का नाम तय नहीं हो पाया है। इस कारण पहले सदस्यों का चयन किया जा रहा है। कुछ दिनों बाद अध्यक्ष का चयन किया जा सकता है। अध्यक्ष के रूप में ऐसे अभ्यर्थी का चयन करेंगे जो शासन की मंशा के अनुरूप भर्तियों को निष्पक्ष और ईमानदारी से करा सके।