प्रतापगढ़, । बेल्हा के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहाल नए सत्र की शुरुआत पुरानी किताबों से करेंगे। कारण शासन से मिलने वाली मुफ्त किताबों का अभी तक दूर-दूर तक अता पता नहीं है। विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही और अनदेखी का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ेगा।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से परिषदीय स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से करने का आदेश दिया गया है। यही कारण है कि जिम्मेदारों ने आनन फानन आधे अधूरे संशाधनों से परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षा सम्पन्न करा दी, हालांकि सोमवार से शुरू हो रहे नए सत्र की शुरुआत बच्चे पुरानी किताबों से ही करेंगे। कारण अभी तक स्कूलों में शासन से मिलने वाली मुफ्त किताबों की खेप नहीं पहुंच सकी है। खास बात यह कि किताबों की खेप स्कूलों को मिलेगी, इसकी सही जानकारी भी जिम्मेदारों के पास नहीं
है। ऐसे में फिलहाल नौनिहालों को पुरानी किताबों से पढ़ाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
बीईओ कार्यालय में ही डंप रह जाती हैं किताबें
शासन स्तर से मुफ्त किताबें प्रत्येक स्कूल तक पहुंचाने का टेंडर कराया जाता है लेकिन किताबों की खेप बीईओ कार्यालय पर ही डंप रह जाती है। यहां से किताबें ले जाने का निर्देश हेडमास्टरों को दे दिया जाता है। नतीजा तमाम किताबें बीईओ कार्यालय पर ही डंप रह जाती हैं।
रिपोर्ट नहीं मिला, गुरुजी बोले जाओ पास हो गए..
परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों को शनिवार को रिपोर्ट कार्ड देने के लिए बुलाया गया था लेकिन रिपोर्ट कार्ड तैयार नहीं हो सका। नतीजा जिले के इक्का- दुक्का हेडमास्टरों ने अपने निजी खर्च से बाजार से रिपोर्ट कार्ड खरीदकर वितरित कर दिया, जबकि अधिकतर स्कूलों में रिपोर्ट कार्ड वितरित नहीं किया जा सका। ऐसे में शिक्षकों ने बच्चों से कहा कि जाओ पास हो गए हो, सोमवार से नई कक्षा में बैठना। ऐसे में खुशी से झूमते हुए बच्चे घर चले गए।