लखनऊ। पीडब्ल्यूडी में अवर अभियंता (जेई) की नौकरी में बीटेक उत्तीर्ण युवाओं को मौका देने की सुगबुगाहट पर शुक्रवार को डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी मुख्यालय पर जमकर नारेबाजी की। पुलिस उन्हें बसों से ईको गार्डन ले गई। चुनाव के दौरान हुए इस विरोध-प्रदर्शन के बाद देर शाम पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष वीके श्रीवास्तव ने जेई के पदों के लिए बीटेक की समकक्षता की संस्तुति स्थगित करने का फैसला किया है।
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 2,847 पदों पर जेई भर्ती का विज्ञापन निकाला है। हाल ही में पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष ने इन नियुक्तियों में बीटेक को समकक्ष योग्यता मानने के लिए शासन को पत्र लिखा था। इसमें कहा था कि बीटेक को समकक्ष योग्यता में रखना रचित होगा। हालांकि इस मामले में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार शासन को ही है। पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष की संस्तुति की भनक लगते ही बड़ी संख्या में डिप्लोमा अभ्यर्थी प्रदेश भर से विभाग के मुख्यालय पर आ गए। उनका कहना था कि अर्हता में बदलाव के लिए कुछ बीटेक डिग्रीधारी संगठन कोचिंग
संस्थानों के साथ मिलकर षड्यंत्र रच रहे हैं। जबकि इस विषय में इलाहाबाद हाइकोर्ट ने भी यह आदेश दिया है कि जेई पद के लिए बीटेक डिग्रीधारक योग्य नहीं हैं। बीटेक और डिप्लोमा दोनों भिन्न-भिन्न योग्यताएं हैं।