कासगंज। शिक्षक भर्ती के तहत वर्ष 2011 में नियुक्त हुए शिक्षकों की जांच में फर्जीवाड़े की परतें अब खुलने लगी हैं। तीन शिक्षकों के टेट के प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बीएसए ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश जारी किए है।
जिले में वर्ष 2011 में 202 शिक्षकों की तैनाती की गई थी। इन शिक्षकों के प्रमाणपत्रों को जांच कराने के लिए जमा किए गए थे। किनावा में तैनात शिक्षिका रजनी यादव के प्रमाणपत्र की ऑनलाइन जांच की गई तो चंद्रशेखर का नाम शो हुआ। इसके बाद ऑफलाइन सत्यापन को प्रमाणपत्र भेजे गए तो रजनी के नाम की रिपोर्ट भेजी गई।
बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर फिर से क्रॉस जांच कराई, जिसमें शिक्षिका की टेट की डिग्री फर्जी पाई गई। इसी तरह से हिम्मत नगर बझेड़ा में तैनात शिक्षक आनंद कुमार और महमूदपुर पुख्ता में तैनात शिक्षक देवेंंद्र सिंह की ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही जांच में टेट की डिग्री फर्जी मिली। इसके बाद तीनों ही शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई। इसके साथ ही तीनों शिक्षकों के वेतन आहरण पर रोक लगा दी गई है।
शिक्षकों की डिग्री फर्जी मिलने पर पहले नोटिस देने की कार्रवाई की गई। इसके बाद तीनों की सेवाओं को समाप्त कर दिया। शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं।- राजीव यादव,बीएसए