यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा नौ और दस के 25 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कराने के लिए पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग ने एक्सेम्प्लर (प्रश्न बैंक) बनवाया है। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) नई दिल्ली, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं माध्यमिक विद्यालयों के विषय विशेषज्ञों ने मिलकर विज्ञान व गणित के प्रश्न बैंक तैयार किए हैं।
समग्र शिक्षा अभियान के पूर्व राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान एलनगंज को प्रश्न बैंक बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थीं। विज्ञान समन्वयक मंजूषा गुप्ता ने बताया कि कक्षा 9 और 10 की विज्ञान प्रश्न प्रदर्शिका में क्रमश: 12 एवं 13 अध्यायों को शामिल किया गया है। प्रत्येक अध्याय में ज्ञानात्मक, बोधात्मक, अनुप्रयोगात्मक एवं कौशलात्मक प्रकार के विभिन्न बहुविकल्पीय, अतिलघु, लघु तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों सहित लगभग 70 प्रश्नों का समावेश है। इस प्रकार कक्षा 9 में लगभग 840 तथा कक्षा 10 में लगभग 910 प्रश्नों का संकलन है। प्रश्न प्रदर्शिका के सभी प्रश्न विद्यार्थियों में विज्ञान की अवधारणाओं को पुष्ट करेंगे और विद्यार्थी स्वत: समझ कर अभ्यास करने में सक्षम होंगे। गणित विषय के समन्वयक अरविंद कुमार गौतम के अनुसार गणित प्रश्न प्रदर्शिका के कक्षा 9 व 10 में क्रमश: 12 तथा 14 अध्यायों का समावेश है। कक्षा 9 में लगभग 912 तथा कक्षा 10 में 1064 प्रश्नों का संकलन है। प्रत्येक प्रकार के प्रश्नों के प्रारम्भ में विद्यार्थियों में प्रश्नों को हल करने में रूचि उत्पन्न करने के लिए प्रतिदर्श प्रश्न भी दिए गए हैं। फिलहाल एनसीईआरटी पर आधारित अधिकृत प्रश्न बैंक तैयार करके एससीईआरटी को भेजे जा चुके हैं। उम्मीद है कि जल्द ही यह विद्यार्थियों को उपलब्ध होगा। अभी बाजार में निजी प्रकाशकों के प्रश्न बैंक ही उपलब्ध है।
अभ्यास कार्य विषय की समझ बढ़ाएंगे
राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि विद्यार्थियों में गणित एवं विज्ञान की अवधारणाओं को आसानी से समझाने के उद्देश्य से कक्षा 9 एवं 10 के लिए पृथक-पृथक विज्ञान एवं गणित प्रश्न बैंक का विकास कराया गया है। प्रश्न बैंक में शिक्षण अधिगम संबंधी परिणाम (लर्निंग आउटकम) के क्रम में विद्यार्थियों को अभ्यास के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। यह अभ्यास कार्य नि:संदेह विद्यार्थियों में अवधारणाओं को स्पष्ट करने एवं विषय पर उनकी समझ को बढ़ाने में सहायक होंगे।