18 साल से कम उम्र के बच्चों पर फोकस, डीआईओएस बनाए गए नोडल अधिकारी
लखनऊ। प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन किया जाएगा। इसके माध्यम से इन स्कूलों के बच्चों व यहां के शिक्षकों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाएगा। विभाग ने इस बात को लेकर जागरूकता बढ़ाने की बात कही है कि 18 साल से कम के बच्चे वाहन न चलाएं। यातायात नियमों को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने निर्देश
दिया है कि छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के लिए यातायात विभाग के सहयोग से सड़क सुरक्षा से जुड़ी गोष्ठी, सेमिनार व सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। हर दिन विद्यालयों में प्रार्थना सभा में छात्रों को सड़क सुरक्षा व जागरूकता की जानकारी दी जाए और उन्हें शपथ ग्रहण कराया जाए। रोड सेफ्टी क्लब के माध्यम से 18 साल से कम के बच्चों को वाहन न चलाने के लिए जागरूक किया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ.
महेंद्र देव ने कहा है कि एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड के स्वयंसेवकों के माध्यम से नुकक्ड़ नाटक आदि का आयोजन किया जाए। स्कूली वाहन चालकों का स्वास्थ्य व आंखों का परीक्षण कराया जाए। उन्होंने इन कार्यक्रमों का कैलेंडर जारी करते हुए डीआईओएस को इनके आयोजन के लिए नोडल अधिकारी बनाया है। साथ ही यह भी कहा है कि बच्चों के बीच जागरूकता के लिए निबंध, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रदर्शनी आदि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाए।