प्रतापगढ़। बिजली विभाग की लापरवाही से जिले के 196 परिषदीय स्कूलों के सैकड़ों बच्चों को भीषण गर्मी में पढ़ाई करनी पड़ रही है।
बिजली के खंभे से स्कूल की दूरी 40 मीटर से अधिक होने के कारण विद्युत विभाग ने कनेक्शन देने से हाथ खड़े कर दिए है। बेसिक शिक्षा विभाग ने 30 मार्च को तार व खंभों के लिए 1 करोड़ 65 लाख रुपये का भुगतान बिजली विभाग को किया है। स्कूलों में बिजली नहीं होने की वजह से हर साल एक अप्रैल से प्रारंभ होने वाले शिक्षा सत्र में बच्चों की संख्या घट जाती है।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को निजी स्कूलों से बराबरी करने के लिए तैयार किया जा रहा है। मगर, जिले के अधिकांश स्कूल ऐसे हैं, जहां पर व्यवस्थाएं न के बराबर हैं। शिवगढ़ ब्लॉक के देल्हूपुर प्रथम, मिडिल स्कूल छानापार, मिडिल स्कूल पचरास, सिलौधियान, बिच्छूर, पूरेचरन रूपीपुर, नगौली, गौरा ब्लॉक के बोर्रा जोगियान बस्ती समेत 196 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें अभी तक बिजली का कनेक्शन ही नहीं हुआ है। ऐसे में उमस भरी गर्मी के बीच विद्यार्थियों का पठन-पाठन बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि बिजली विभाग को भारी-भरकम भुगतान करने के बाद भी स्कूलों को कनेक्शन नहीं दिया गया है।
अधिकांश स्कूलों से चोरी हो गए पंखे
जिले के अधिकांश स्कूलों से पंखे और बल्ब गायब हो गए हैं। जिन स्कूलों में बिजली कनेक्शन है, वहां बल्ब और पंखे नहीं हैं। स्कूलों को हर वर्ष इनकी खरीद के लिए बजट नहीं मिलने से स्थिति और खराब हो गई है।