मुजफ्फरनगर। नए शैक्षिक सत्र 2024-25 में विभाग ने कई फैसले लिए हैं। विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए भी विद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं। छात्र-छात्राओं की कम उपस्थिति होने पर कक्ष अध्यापक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने सभी विद्यालय को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों की अधिक से अधिक उपस्थिति दर्ज कराने की जिम्मेदारी कक्ष अध्यापक की होगी। अगर अधिक संख्या में अनुपस्थिति पाई जाती है तो कक्ष अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस ने निर्देश दिए कि कक्षाओं में उपस्थिति दर्ज कराने के साथ-साथ प्रार्थना स्थल पर भी सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज कराई जाए, ताकी विद्यार्थी समय से भी स्कूल में पहुंच सकें।
उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि हर माह उन बच्चों को सम्मानित भी किया जाए, जिनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज होती है। इससे अन्य विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी और रोजाना आने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन होगा।
साफ-सफाई और पठन-पाठन हो दुरुस्त
डीआईओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने निर्देश दिए कि विद्यालय भवन की साफ-सफाई की व्यवस्था हो। प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों की ओर से सुविचार का प्रस्तुतिकरण, विद्यालय की समय सारणी के अनुरूप शिक्षक डायरी को तैयार करना एवं पाठ्यक्रम को माहवार विभाजित कर पठन-पाठन की व्यवस्था की जाए। छात्रों को प्रयोगात्मक कार्य के करने के लिए प्रेरित किया जाए। छात्रों को ई-लाइब्रेरी के प्रयोग के बारे में जागरूक किया जाए। पहचान एवं पंख पोर्टल की जानकारी भी छात्रों को दी जाए। विद्यालयों में पेयजल, विद्युत, शौचालयों की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।