*शिक्षिकाओं से छेड़खानी में प्रधानाध्यापक पर मुकदमा* 👇
रामपुर। कोतवाली क्षेत्र के एक परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार की दोपहर कुछ शिक्षिकाओं ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर छेड़खानी व शोषण करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। एक शिक्षिका ने कोतवाली में प्रधानाध्यापक के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।मामला कोतवाली क्षेत्र के एक गांव स्थित परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का है।
शुक्रवार की दोपहर विद्यालय की एक शिक्षिका ने प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर छेड़खानी करने व शोषण करने आदि आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच तमाम शिक्षिकाएं एकत्रित हो गईं। पीड़ित शिक्षिका ने सभी को छेड़खानी की बात बताई। तभी प्रधानाध्यापक स्कूल से चले गए। बाद में सभी महिला शिक्षकों ने विद्यालय में हंगामा करना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि प्रधानाध्यापक द्वारा उन्हें बीते काफी समय से तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है, जिसके कारण वह लोग शिक्षण कार्य करने में काफी परेशानी महसूस कर रही हैं। सभी ने प्रधानाध्यापक पर छेड़खानी करने व बेवजह परेशान करने का भी आरोप लगाया।
शिक्षिकाओं ने इसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से भी फोन पर की। इसके बाद सभी शिक्षिकाएं कोतवाली पहुंच गईं। कोतवाली पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी मजहरूल इस्लाम को घटना के बारे में बताया। विद्यालय की शिक्षिकाओं ने प्रधानाध्यापक पर छेड़खानी, बदसलूकी करने, जान से मारने की धमकी देने आदि आरोप लगाए। इस दौरान कुछ लोगों ने देर शाम तक दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौता कराने का भी प्रयास किया, मगर वार्ता विफल रही।
पुलिस ने एक शिक्षिका की तहरीर पर प्रधानाध्यापक हरिराम दिवाकर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। वहीं प्रधानाध्यापक ने बताया कि वह विद्यालय में वर्ष 2017 से तैनात हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत करने वाली शिक्षिका से निपुण कक्षा चलाने के लिए कहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोप गलत बताते हुए कहा कि ये रिपोर्ट दर्ज कराई गई रिपोर्ट शिक्षक संघ के चुनाव के चलते द्वेष भावना के तहत दर्ज कराई गई है। वहीं, कोतवाली प्रभारी बलवान सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।