प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) भर्ती का इंतजार लंबा होता जा रहा है। रिक्त पदों का अधियाचन मिलने के बाद भी आयोग से बीईओ भर्ती की अधिसूचना जारी नहीं होने के पीछे समकक्ष अर्हता विवाद को बड़ी वजह माना जा रहा है। हालांकि प्रतियोगी यह उम्मीद भी जता रहे हैं कि चुनाव के बाद आयोग विज्ञापन जारी कर प्रतियोगियों का इंतजार खत्म कर सकता है।
इससे पहले कोविड पूर्व 2019 में बीईओ के 300 से अधिक पदों पर भर्ती हुई थी। इसमें 5.28 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। अब नई भर्ती का इंतजार करते हुए पांच वर्ष का समय बीत गया है। लाखों अभ्यर्थियों को बीईओ की भर्ती शुरू होने की प्रतीक्षा है तथा हजारों अभ्यर्थी भर्ती के लिए
निर्धारित उम्र पार कर बाहर हो चुके हैं। प्रतियोगी छात्र प्रशांत पांडेय का कहना है कि पदों का अधियाचन मिलने के बाद भी भर्ती शुरू नहीं होने के कारण अभ्यर्थी परेशान हैं। प्रतियोगियों को भर्ती से जुड़ी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।
जल्द भर्ती नहीं आई तो उम्र सीमा पार करने वाले प्रतियोगियों की संख्या बढ़ सकती है। समकक्ष अर्हता को लेकर संशय की स्थिति के कारण ही आयोग विज्ञापन नहीं जारी कर रहा है। दूसरी ओर आयोग ने अपने वार्षिक कैलेंडर में स्पष्ट उल्लेख किया है कि खंड शिक्षा अधिकारी भर्ती के लिए शासन स्तर पर समकक्ष अर्हता के निर्धारण के बाद ही आरक्षित तिथियों पर परीक्षाएं कराई जाएंगी।