टाई, बेल्ट, मोजे और हेयर बैंड में 10 से 50 रुपये का इजाफा
*प्ले वे से नर्सरी तक के बच्चों की भी ड्रेसों के दाम बढ़े*
*सर्दी की यूनिफार्म तीन से पांच हजार में मिल रही*
लखनऊ, । नये सत्र के शुरू होते ही निजी स्कूलों के बच्चों की किताबों व कापियों के साथ ही यूनिफार्म के दामों में पांच से 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं।स्कूलों के नामित दुकानदारों ने प्रति शर्ट, पैंट, फ्राक, टी शर्ट, लोअर व जूते में 50 से 200 रुपये तक बढ़ा दिये हैं। वहीं टाई, बेल्ट, मोजे और हेयर बैंड में 10 से 50 रुपये का इजाफा किया। अभिभावकों की जेब पर इस साल प्रति बच्चे 500 से 1000 रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। कई स्कूलों ने यूनिफार्म व जूते में बदलाव कर दिया है। शहर में सीबीएसई, आईसीएसई, आईएससी बोर्ड और यूपी बोर्ड के करीब एक हजार निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों की गर्मी और सर्दी की अलग-अलग यूनिफार्म चलती है। इन स्कूलों में हाउस ड्रेस और स्पोर्ट ड्रेस अलग से चलती है।
*नर्सरी के बच्चे की यूनिफार्म 1500 से 2000 रुपये में:*
अलीगंज स्थित एक निजी स्कूल में प्ले वे से नर्सरी कक्षा के बच्चे की यूनिफार्र्म (गर्मी) 1000 से 1500 रुपये की है। इस स्कूल की नर्सरी के बच्चे यूनिफार्म में शर्ट की कीमत 250, पैंट 280, बेल्ट 160, टाई 60, जूता 500 का है। साथ ही हाउस ड्रेस में टी शर्ट और लोवर 500 रुपये का जूता 300 रुपये का है। कक्षा जबकि कक्षा तीन के बच्चे की शर्ट की कीमत 280, पैंट 300, बेल्ट 170, टाई 80, जूता 650 का है। हाउस ड्रेस 600 से 700की और जूता 300 से 500 रुपये का है। वहीं कक्षा छह के बच्चे की शर्ट 300, पैंट 350, बेल्ट 200, टाई 100, जूता 500 से 800 रुपये, हाउस ड्रेस 800 व जूता 500 से 600 रुपये का। वहीं कक्षा नौ से 12 वीं के बच्चे का शर्ट 350 से 500 रुपये, पैंट 400 से 700 रुपये, बेल्ट 200 से 300 रुपये, टाई 150 रुपये तक, हाउस ड्रेस 1000 से 1500 व जूते की कीमत 1000 तक है। वहीं गोमतीनगर और अंसल गोल्स सिटी के कई नामी स्कूलों में नर्सरी के बच्चों की गर्मी की यूनिफार्म दो से तीन हजार रुपये के बीच है। वहीं सर्दी की यूनीफार्म तीन से पांच हजार रुपये की बीच है।
*कपड़े के दाम बढ़ गए*
कपड़े के दाम बढ़े हैं। सिलाई महंगी हुई है। यूनीफार्म में स्कूल का नाम व कुछ खास डिजाइन बनानी होती है। बीते साल के मुकाबले इस बार शर्ट, पैंट, जूते व अन्य में औसतन 10 फीसदी दाम बढ़े हैं।
रतन अग्रवालयूनिफार्म विक्रेता, अलीगंज
*स्कूलों में एक यूनिफार्म हो*
सरकार को चाहिये की स्कूलों में एक यूनिफार्म लागू करे। स्कूल प्रबंधक शर्ट, पैंट, टी शर्ट, लोवर, ट्रैक शूट के नाम पर अभिभावकों से वसूली करा रहे हैं। एक ही यूनिफार्म पूरे हफ्ते चलाएं।
प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष, अभिभावक कल्याण संघ
*एक सेट यूनिफार्म के दाम*
कक्षा यूनिफार्म के दाम (इस साल) दाम (बीते साल)
प्ले वे से नर्सरी 1200 से 1700 1000 से 1200
कक्षा एक से पांचवी 2000 से 2500 1800 से 2200
कक्षा छह से आठवीं 2500 से 3000 2000 से 2500
कक्षा नौ से 12 वीं 3000 से 4000 2800 से 3200
छह कस्तूरबा में शुरू होगी इंटर तक की पढ़ाई*
सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। जिले के छह कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र एक अप्रैल से इंटर तक की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इन विद्यालयों को उच्चीकृत किया गया है। इनमें आठवीं से उत्तीर्ण विद्यालय की छात्राओं संग नए एडमिशन भी होंगे। इससे जरूरतमंद बेटियों को शिक्षा के साथ आवासीय सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।जिले के संचालित 13 ब्लॉक में छह कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में छठवीं से आठवीं तक ही छात्राओं को पढ़ाई के साथ आवासीय सुविधा दी जाती है। कुल 600 छात्राएं पढ़ती हैं। आठवीं की पढ़ाई के बाद उन्हें नौवीं से इंटर के लिए अन्यत्र जाना पड़ता था। इससे कई अभिभावक आगे की पढ़ाई रोक देते हैं। इस पर सरकार ने जिले के कस्तूरबा विद्यालयों को इंटर तक उच्चीकृत करने के लिए पहल की है। जनपद के जोगिया, उस्का बाजार, नौगढ़, मिठवल, खुनियांव और डुमरियागंज के कस्तूरबा विद्यालयों में अब अप्रैल से इंटर तक की पढ़ाई के लिए जरूरी उपकरण की खरीद जैम पोर्टल के माध्यम से विभाग कर रहा है। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कस्तूरबा विद्यालयों में कक्षा व आवास बनकर तैयार है। अप्रैल 2024 से नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। यहां फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी की लैब भी तैयार की गई है। साथ ही स्मार्ट क्लास रूम, बेहतर फर्नीचर की सुविधाओं के साथ तैयार किए गए हैं।
जिले के छह ब्लॉकों में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में नए सत्र से नौवीं कक्षा में विज्ञान वर्ग की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसकी तैयारी कर ली गई है। जोगिया और डुमरियागंज ब्लॉक में छात्रावास भी अलग से बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि अन्य चार में एक ही कैंपस में शिक्षक कक्ष और छात्रावास की व्यवस्था है।
– सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा