फरीदपुर। कस्बे के मोहल्ला परा स्थित प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में शनिवार को परोसे गए मिड-डे मील में सूड़ियां निकलीं। बच्चों ने जब इस बारे में प्रधानाध्यापक को बताया तो उन्होंने बचा हुआ भोजन फेंकने का दबाव बनाया। जानकारी होने पर विद्यालय पहुंचे अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में भी लापरवाही उजागर हुई। उन्होंने जांच रिपोर्ट बीएसए को भेजी है।
स्वयंसेवी संगठन अशर्फी ग्रामोद्योग की ओर से फरीदपुर नगर क्षेत्र के सात परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की जाती है। इसी संस्था की ओर से मोहल्ला परा स्थित स्कूल में सब्जी और चावल भेजे गए थे। अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय स्टाफ ने जांच किए बिना ही यह भोजन बच्चों को परोस दिया। खाना खाने के दौरान एक बच्चे को प्लेट में सूड़ियां दिखीं। उसने अन्य बच्चों को बताया तो उन्होंने भी अपनी प्लेट ध्यान से देखी। इस दौरान भोजन में कई सूड़ियां नजर आईं।
बच्चों ने इस बारे में शिक्षकों को बताया। आरोप है कि उन्होंने बचा हुआ भोजन जानवरों को डालने का दबाव बनाया। कुछ बच्चों को सब्जी-चावल फेंकने के लिए भेज भी दिया। इसकी जानकारी जब अभिभावकों को हुई तो उन्होंने बच्चों को भोजन फेंकने से रोक दिया। कई अन्य बच्चों के परिजन भी पहुंच गए।
उनकी प्रधानाध्यापक से नोकझोंक भी हुई। अभिभावकों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। सूचना पर पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी तौसीफ अहमद ने भोजन की जांच की तो उसमें सूड़ियां दिखीं। अभिभावकों ने उनसे प्रधानाध्यापक के व्यवहार की शिकायत की है।
150 बच्चे हैं, कितना ध्यान रखें
हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रधानाध्यापक कहते दिख रहे हैं कि विद्यालय में 150 बच्चे पंजीकृत हैं, कितना ध्यान रखा जाए? खाने में सूड़ियां नीचे बैठ गईं। ऊपर की सब्जी परोसने के बाद सूड़ियां नजर आईं। मैं किसी से रिश्वत नहीं लेता हूं। आप लोग नहीं जानते, कहां क्या जाता है?
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भोजन में सूड़ियां निकलीं, यह सबने देखा। शिकायत पर मैं जांच के लिए विद्यालय भी गया था। जांच रिपोर्ट बीएसए को भेजी गई है। कार्रवाई के बारे में बीएसए ही बता सकते हैं। – तौसीफ अहमद, खंड शिक्षा अधिकारी, फरीदपुर
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खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट मिली है। इसकी विस्तृत जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। – संजय सिंह, बीएसए