लखनऊ/आगरा, पश्चिमी विक्षोभ के कारण यूपी में अप्रैल शुरू होते-होते गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। जितनी गर्मी मई से जून के बीच पड़ती है, इस बार अप्रैल में ही वैसी परिस्थिति बनती दिख रही है और लोगों को लू के थपेड़े झेलने पड़ सकते हैं। रविवार को कानपुर, प्रयागराज समेत यूपी के छह जिलों में अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री के बीच रहा। दूसरी ओर, पहाड़ी राज्यों में अब भी बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है।
सामान्य से ज्यादा तापमानः अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार जहां तापमान 39 डिग्री या इससे अधिक रहा, उन सभी शहरों में दोपहर तक आंशिक रूप से बादल रहे। हवा का रुख पूर्व से पश्चिम था। शाम तक हवा का रुख बदलने लगा। तब तक ऐसा वातावरण बन गया जिससे सूर्य की ऊष्मा परावर्तित हो कर आसमान में लौट नहीं पाई और सतह गर्म होती चली गई। यही वजह रही जो लखनऊ में पारा सामान्य से 3.8, वाराणसी में 4.3, प्रयागराज में 4.0, आगरा में 3.9 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
सोमवार को मामूली गिरावट, फिर बढ़ेगा पाराः मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ निकल चुका है। इसके आगे निकलते ही तेज सतही पछुआ सोमवार से चलना शुरू होगी जो मंगलवार तक जारी रहेगी। इससे प्रदेश के कई जिलों में हवा की रफ्तार 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है। इससे तापमान में मामूली गिरावट आएगी। मंगलवार के बाद से फिर यह स्थिति बदलेगी और तापमान फिर से बढ़ना शुरू रू होगा। लूच चलने की भी संभावना है। ऐसे में आगे चलकर हीट वेव का खतरा भी हो सकता है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बारिश-बर्फबारी: पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश का दौर अभी जारी है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे और जनजातीय इलाकों में हल्की बर्फबारी जारी रही, जबकि मध्य और निचली पहाड़ियों पर व्यापक बारिश हुई। स्थानीय मौसम कार्यालय ने एक अप्रैल को छोड़कर 6
अप्रैल तक राज्य के कई जिलों में बारिश की भविष्यवाणी की है। वहीं मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। इसके तहत अगले पांच दिनों में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।