बेसिक के छोटे बच्चों का विद्यालय समय माध्यमिक विद्यालयों की तरह, कोरोनाकाल के पूर्व की भांति 8 से 1 बजे तक 5 घण्टे का होना चाहिए कोरोनाकाल में बच्चों की पढ़ाई की हुई बर्बादी की भरपाई के लिए विद्यालय समय 1 घण्टा बढ़ाया गया था।
माध्यमिक में प्रतिदिन 5 घंटे, डिग्री कॉलेज में 3 घंटे शिक्षण कार्य निर्धारित है जबकि कक्षा 1 से 8 तक प्रतिदिन 6 घंटे है भीषण गर्मी और बिजली कटौती से छात्र व शिक्षक बेहाल हैं किसी भी बोर्ड में 6 घंटे शिक्षण नहीं कराया जाता है मा० मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है कि बेसिक में भी 7:30-12:30 किया जाना चाहिए।
हमारे कर्ता-धर्ता नियम बनाकर भूल जाते हैं, या भूलने का नाटक कर तानाशाही का परिचय देते हैं समय बदलना ही चाहिए।
छोटे बच्चो को स्कूल से भागने, बंधन में डाला जा रहा है, 2 बजे तक बच्चे रोने लगते हैं, सोने लगते हैं, हमारे गुरुजनों,ऋषि मुनि ने गर्मी का समय साढ़े बारह बजे का बहुत सोच समझकर किया था, उन्हे धरातलीय स्थियों की जानकारी थी,गर्मी में शिक्षण समय 1 बजे तक पर्याप्त है छोटे छोटे बच्चो के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अवश्य निर्णय होना चाहिए।
समय परिवर्तन करो साहब जी अभी से तेज धूप में बच्चों डिहाइड्रेशन की समस्या शुरू हो गयी हैं।