आगरा। जनपद के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षक, शिक्षामित्रों को मार्च माह में सभी बीआरसी केंद्रों पर चार दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण दिया गया था। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा इस बार सुबह के नाश्ता व दोपहर के खाने की व्यवस्था न करके खाने का पैसा सीधे शिक्षक, शिक्षामित्रों के बैंक खातों में भुगतान होना था। इसके लिए 170 रुपये प्रति शिक्षक, शिक्षामित्र, प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान होना था। प्रशिक्षण के वक्त विधिवत सभी से उनके बैंक
डिटेल ली गयी थी। लेकिन अब 31 मार्च भी निकल चुकी है फिर भी भुगतान नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने बताया कि अब जानकारी करने पर पता चला है कि अब कोई भुगतान नहीं हो सकता है। वित्तीय वर्ष खत्म हो चुकी है। वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि रोजाना 100 रुपये पैट्रोल के खर्च करके प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने बाले शिक्षक, शिक्षामित्रों के हक के निवाले के पैसे को भी डकार गए। संगठन इसकी शिकायत शासन में उच्चाधिकारियों से करेगा। इसके साथ ही सैकड़ों शिक्षामित्रों के बकाया मानदेय/एरियर का भुगतान भी नहीं किया गया है जबकि संगठन द्वारा बार बार इस सम्बंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से माँग की जाती रही है और लगातार आस्वासन भी मिल रहा था अब चूंकि 31 मार्च भी निकल चुकी है शिक्षामित्रों को मानदेय के रूप में मात्र 10 हजार हजार रुपये अल्प मानदेय मिलता है उस पर भी अधिकारियों व कर्मचारियों की निगाहें गिद्द की तरह लगी रहती है ।