फर्रुखाबाद, परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की ओर से प्रभावी कक्षा शिक्षण कराए जाने और उत्कृष्ट शैक्षिक प्रथाओं के संकलन के मकसद से कक्षा शिक्षण से संबंधित पांच मिनट की वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी और डायट स्तर पर इसका मूल्यांकन होगा। प्राचार्य डायट ने इसको लेकर बीएसए को पत्र लिखा है।
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक सामग्री के प्रयोग के संबंध में ऑफलाइन, ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसको लेकर राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से उत्कृष्ट शैक्षिक प्रथाओं के संकलन के मद्देनजर पांच मिनट की वीडियो रिकार्डिंग कराने का निर्णय लिया है। डायट की ओर से इसका मूल्यांकन किया जाएगा। निर्देश दिए गए हैं कि वीडियो का संदर्भ, विषयवस्तु, लर्निंग आउट कम पाठ या पाठयांश, शिक्षण तकनीक पर आधारित हो। वीडियो में आवाज साफ और स्पष्ट होनी चाहिए।
वीडियो केवल जानकारी के लिए न हो बल्कि किसी लर्निंग आउट कम को रोचक तरीके से स्पष्ट कर रहा हो। वीडियो के प्रारंभ में विद्यालय का नाम, शिक्षक का नाम संदर्भित विषय भी लिखना होगा। वीडियो के निर्माण के लिए मोबाइल, टेबलेट या कैमरा का प्रयोग किया जा सकता है। प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि कक्षावार, विषयवार, लर्निंग आउट कम आधारित वीडियो रिकार्डिंग कराना सुनिश्चित करें।
इसमें शिक्षक की ओर से बच्चों को किसी विषय वस्तु को समझाया जा रहा हो। प्रधानाध्यापक की ओर से सभी शिक्षकों की वीडियो रिकार्डिंग का संकलन एक फोल्डर मे किया जाएगा और 20 मई से पहले ख्ंाड शिक्षाधिकारी को उपलब्ध कराया जाएगा। डायट की ओर से वीडियो रिकार्डिंग का मूल्यांकन किया जाएगा। रिकार्डिंग की तीन श्रेणी उत्कृष्ट, मध्यम और सामान्य में विभाजित होंगी। उत्कृष्ट श्रेणी के वीडियो एससीईआरटी को उपलब्ध कराए जाएंगे। वीडियोज का एससीईआरटी के विषय विशेषज्ञ मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन के बाद उत्कृष्ट वीडियो अन्य शिक्षकों के उपयोग को साझा किए जाएंगे।