PRAYAGRAJ (5 May):
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने जून से दिसंबर तक 15 से अधिक परीक्षाओं का आयोजन एक बड़ी चुनौती होगा. समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक के बाद आयोग आगमी परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने में जुटा है, ताकि पेपर लीक जैसी घटना की पुनरावृत्ति को रोका जा सके.
देश लोक आयोग बोधि संगम चुनाव बाद परीक्षाओं के आयोजन के साथ ही आयोग सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती के लिए भी विज्ञापन जारी कर सकता है.
11 फरवरी को हुई थी आरओ एआरओ का एग्जाम
आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 का आयोजन 11 फरवरी को
प्रयागराज हुआ था पर पेपर लीक प्रकरण के कारण यह परीक्षा शासन ने निरस्त कर दी थी. इसके साथ ही 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा, 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ नर्स यूनानी आयुर्वेदिक प्रारंभिक परीक्षा, सात अप्रैल को प्रस्तावित नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा, नौ अप्रैल को प्रस्तावित
अपर निजी सचिव परीक्षा और 24 अप्रैल को प्रस्तावित स्टाफ नर्स एलोपैथी परीक्षा भी स्थगित हो गई थी. यह परीक्षा कराई जानी है, इसके अलावा सम्मिलित राज्य कृषि सेवा परीक्षा भी आरक्षित तिथियों की कराई जानी है. इसके अतिरिक्त यूपीपीएससी के कैलेंडर में जून से दिसंबर तक नौ परीक्षाएं प्रस्तावित हैं. कई भर्तियों के लिए अधियाचन मिलने के बाद विज्ञापन जारी होना है. ऐसे में आयोग के सामने 15 से अधिक परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन करना है और आयोग प्रश्नपत्रों कई स्तरीय सुरक्षा को लेकर तैयारी में जुटा है. आयोग सूत्रों का कहना है कि चुनाव के बाद परीक्षाओं के आयोजन के साथ लंबे समय से अटकी भर्तियों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करना है. ऐसे में अभी पूरा ध्यान प्रश्नपत्रों की अतिरिक्त सुरक्षा पर केंद्रित है.