प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में नई शिक्षा नीति के दूसरे चरण को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहले चरण के तहत नई शिक्षा नीति के तहत क्या काम किए जा चुके हैं और दूसरे चरण में कौन से पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए इविवि प्रशासन ने कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया है।
रसायन विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सिमंत कुमार श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इविवि में पहले चरण के तहत नई शिक्षा नीति-2020 को लागू किया जा चुका है। इसके तहत पांच • वर्षीय पर्यावरण अध्ययन एवं आपदा प्रबंधन,
पांच वर्षीय बीएससी-एमएससी परिवार एवं समुदाय विज्ञान, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीए डाटा साइंस, पांच वर्षीय बीबीए-एमबीए और पांच वर्षीय खाद्य प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम शुरू किया गया था।
हालांकि, पांच वर्षीय खाद्य प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं लिए गए और इस पाठ्यक्रम को बाद में लागू करने का निर्णय लिया गया। दूसरे चरण के तहत अब स्नातक के पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति को लागू किया जाना है। इसके लिए पाठ्यक्रमों को संशोधित किए जाने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
नई शिक्षा नीति के तहत बीए, बीएससी, बीकॉम जैसे तीन वर्षीय स्नातक के पाठ्यक्रम चार वर्ष की सेमेस्टर प्रणाली में परिवर्तित कर दिए जाएंगे। वहीं, उच्च शिक्षा विभाग ने इविवि से नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन से संबंधित जानकारी मांगी है।