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बागपत। डीआईओएस का यहां से तबादला करने की अधिकारियों ने संस्तुति की है। उनके खिलाफ बरेली के न्यायालय से गिरफ्तारी आदेश होने व सीतापुर प्रकरण का यहां पता चलने के कारण अधिकारी उनका यहां रहना सही नहीं मान रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बीएसए के खिलाफ भी जांच शुरू हो गई है। जिन पर डीएम को पत्र भेजकर स्कूलों का निरीक्षण करके शिक्षकों पर एक बाबू से मिलने का दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है।
डीआईओएस की न्यायालय का आदेश आने पर बढ़ी परेशानी
बरेली बीएसए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक दीपचंद गंगवार की तीन जुलाई 2009 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वर्तमान में बागपत के जिला विद्यालय निरीक्षक व बरेली में तत्कालीन बीएसए धर्मेंद्र सक्सेना एवं दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। विवेचना में पुलिस ने तत्कालीन बीएसए को क्लीन चिट देकर दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। मुकदमा दर्ज कराने वाले नंदराम की अर्जी पर कोर्ट ने धर्मेंद्र सक्सेना को बतौर हत्यारोपी तलब करने के आदेश दिए थे। वह कोर्ट में पेश नहीं हुए तो उनके गिरफ्तारी और 18 मई को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए। इसलिए ही एक सप्ताह से डीआईओएस छुट्टी पर चले गए। इस बीच ही उनके सीतापुर में रहते हुए लगे गंभीर आरोप के बाद निलंबित होने का प्रकरण भी यहां अधिकारियों व अन्य को पता लग गया। इसलिए ही डीएम ने यह माना कि उनका जिले में रहना सही नहीं है और उनके तबादले को लेकर सीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई। सीडीओ नीरज कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले में डीएम को पूरी रिपोर्ट भेजी है।
बीएसए के खिलाफ डीएम से शिकायत, डीडीओ को सौंपी जांच
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को बड़ौत की पट्टी चौधरान की डोली शर्मा पत्नी चंद्रसेन शर्मा के नाम से एक पत्र भेजा गया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि बीएसए स्कूलों का निरीक्षण करती है और शिक्षकों की अनुपस्थिति दर्ज करके उनको एक बाबू से मिलने के लिए कहती है। खेकड़ा ब्लॉक की तरफ भी इस तरह से किया जा रहा है, जहां स्कूलों के निर्धारित समय से पहले ही पहुंचकर शिक्षकों को अनुपस्थित बता दिया जाता है। जिसके बाद बाबुओं से मिलने के लिए कहा जाता है। इस मामले में डीएम ने सीडीओ को जांच के लिए पत्र भेजा तो डीडीओ हरेंद्र सिंह को इसकी जांच सौंपी गई।
डीआईओएस ने भेजा मैसेज, अभी बात नहीं हो सकती
डीआईओएस धर्मेंद्र सक्सेना को जब फोन किया गया तो उन्होंने मैसेज किया कि वह अभी व्यस्त हैं और अभी उनसे बात नहीं हो सकती। जिसके बाद उनका पक्ष जानने के लिए मैसेज किया गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
डीआईओएस ने भेजा मैसेज, अभी बात नहीं हो सकती
डीआईओएस धर्मेंद्र सक्सेना को जब फोन किया गया तो उन्होंने मैसेज किया कि वह अभी व्यस्त हैं और अभी उनसे बात नहीं हो सकती। जिसके बाद उनका पक्ष जानने के लिए मैसेज किया गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
इस बारे में मेरे पास कोई पत्र नहीं आया है। मगर मौखिक रूप से जानकारी मिली है। जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, वह पूरी तरह से गलत हैं। ऐसा हो सकता है कि किसी शिक्षक के खिलाफ स्कूल से गायब रहने पर कार्रवाई की गई हो और उसने इस तरह से पत्र भेजा हो। क्योंकि कुछ शिक्षक स्कूलों से गायब रहते हैं और उनपर कार्रवाई भी हुई है। यह भी साफ नहीं है कि वह पत्र किसने भेजा है। -आकांक्षा रावत, बीएसए
बीएसए पर आरोप लगाते हुए एक पत्र मिला है। उसमें डीडीओ को जांच सौंपी गई है। डीआईओएस के मामले में रिपोर्ट दी गई है। उसमें डीएम स्तर से सबकुछ होगा, इसलिए इस बारे में ज्यादा नहीं बता सकता हूं। -नीरज श्रीवास्तव, सीडीओ