वुलंदशहर :
विभागीय कार्यों व बच्चों सहित अपनी आनलाइन उपस्थिति लगाने को परिषदीय स्कूलों के शिक्षक तैयार नहीं हैं। नया सत्र शुरू होने के बाद भी मात्र चार ब्लाक क्षेत्रों को छोड़ शेष में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। चार से दस प्रतिशत ही आनलाइन उपस्थिति टैबलेट से लगाई जा रही है। इस लापरवाही पर ये शिक्षक अब बीएसए के निशाने पर आ गए हैं। विद्यालयवार इनका डाटा निकलवाया जा रहा है। नोटिस भेज इनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। साथ ही संबंधित खंड शिक्षाधिकारी पर भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
बेसिक शिक्षा के सभी कार्य अब
शिक्षकों का डाटा निकलवा रहा बेसिक शिक्षा विभाग
• चार ब्लाक क्षेत्रों को छोड़ शेष में स्थिति चिंताजनक
आनलाइन किए जा रहे हैं। इसके लिए परिषदीय स्कूलों को टैबलेट वितरित किए गए। इसके बाद बुलंदशहर, स्याना, अगौता और गुलावठी ब्लाक क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में 25 से 50 प्रतिशत तक बच्चों सहित उनकी स्वयं की उपस्थिति टैबलेट से लग रही है, जबकि अन्य 12 ब्लाक क्षेत्रों के परिषदीय स्कूलों के शिक्षक इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। नतीजतन, इन स्कूलों से टैबलेट से मात्र दस प्रतिशत ही
आनलाइन उपस्थिति लग सकी है। लोकसभा चुनाव के बाद बीएसए ने इसको संज्ञान लिया तो यह स्थिति देख नाराजगी जताई है। चेतावनी देकर सुधार के दिए निर्देश बीएसए डो. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि इन स्कूलों के शिक्षकों को चेतावनी देकर सुधार के निर्देश दिए हैं। प्रतिदिन इसकी समीक्षा कर खंड शिक्षाधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी है। कंपोजिट ग्रांट से टैबलेट के इंटरनेट खर्च के लिए धनराशि निकालने के लिए कहा गया है। विद्यालयवार इनका डाटा निकलवाया भी जा रहा है। ताकि लापरवाही की स्थिति स्पष्ट हो सके। लापरवाही बरतने वाले नोटिस भेज जवाब-तलब किया जाएगा।