फर्रुखाबाद , परिषदीय विद्यालयों में सभी दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र न होने के कारण उनको शासन की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ नहीं मिल रहा है। लेकिन अब बेसिक शिक्षा विभाग दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र कैंप लगाकर बनवाएगा। इससे दिव्यांग बच्चों को सरकार की समस्त योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
जिले के 1576 परिषदीय विद्यालयों में अभी 2700 दिव्यांग बच्चे पंजीकृत हैं। लेकिन अभी इन सभी दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र नहीं बने हैं। जिसके कारण बच्चे शासन की योजनाओं से लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन अब परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र एक जुलाई से 31 अगस्त तक कैंप लगाकर बनवाने का काम किया जाएगा। जिले के सभी ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर कैंप लगाए जाएंगे और यहां पर परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनवाने की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
बताया जा रहा है कि अभी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों में लगभग 600 बच्चों के ही दिव्यांग प्रमाणपत्र बने हैं। दिव्यांगता में 21 प्रकार की श्रेणी होती है और 40 फीसदी दिव्यांगता के बच्चों को शासन की ओर से कई प्रमुख योजनाओं से जोड़ा जाता है इससे दिव्यांग बच्चे को पढ़ाई के साथ साथ खेल आदि में आगे बढ़ने में मदद मिलती है। डीसी समेकित शिक्षा जितेंद्र सिंह ने बताया परिषदीय विद्यालयों में 2700 दिव्यांग बच्चे पंजीकृत हैं। अभी 600 के आसपास दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र ही हैं। लेकिन अब समस्त ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर स्वास्थ्य के साथ विभाग की टीम कैंप लगाकर दिव्यांग बच्चों का परीक्षण कर दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र बनवाने की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।