बस्ती, बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों के लिए छात्र संख्या कम होना मुसीबत बनेगी। कारण अब सरप्लस शिक्षकों का जिले के अंदर ही समायोजन कर स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात को एक समान या बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
लम्बे समय से समायोजन नहीं होने से विद्यालयों में शिक्षकों के अनुपात में बड़ी असमानता आ गई है। हालत यह है कि शहर या शहरी क्षेत्र के आसपास के विद्यालयों में सरप्लस शिक्षक तैनात हैं जबकि दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल एकल या दो शिक्षकों के भरोसे ही काम चलाना पड़ रहा है। ऐसा तब है, जब इन स्कूलों में छात्र संख्या अधिक होने के बाद भी मानक के अनुरूप शिक्षक तैनात नहीं हो पा रहे हैं। वहीं कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में मानक से अधिक शिक्षक ड्यूटी कर रहे हैं।
मानक की बात करें तो प्राइमरी स्कूलों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक, 45 बच्चों पर दो शिक्षक, 60 बच्चों पर तीन शिक्षक, 75 बच्चों पर चार शिक्षक तथा 90 बच्चों पर पांच शिक्षक के मानक तय किए गए हैं। छात्र संख्या के आधार पर मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों के एक से दूसरे विद्यालय में समायोजन करने की तैयारी है। बीएसए अनूप कुमार ने बताया कि छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। मुख्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देश का शत-प्रतिशत पालन कराया जाएगा।