ज्ञानपुर। लोकसभा चुनाव के बाद
जिला प्रशासन अब चुनाव ड्यूटी से गायब रहे लापरवाह शिक्षकों पर सख्ती करने में जुट गया है। 24 मई को पोलिंग पार्टी रवानगी के समय विना किसी सूचना के गायब रहने वाले 106 शिक्षकों का वेतन रोकते हुए एक सप्ताह में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
डीएम विशाल सिंह के अनुमोदन और सीडीओ यशवंत कुमार सिंह की सिफारिश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई की है। स्पष्टीकरण न देने पर शिक्षकों को एफआईआर और निलंबन की चेतावनी दी है।
जिले में छठवें चरण में 25 मई को मतदान हुआ। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए करीब छह हजार कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई थी, इसमें ढाई से तीन हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगी थी। साथ ही चेतावनी दी कि अगर कोई शिक्षक ड्यूटी पर नहीं पहुंचता है तो उसके ऊपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
24 मई को कलेक्ट्रेट परिसर से बूथों पर पोलिंग पार्टियां रवाना की गई।
उस दौरान ज्ञानपुर, डीघ, सुरियावां, अभोली, भदोही और औराई ब्लॉक के 106 शिक्षक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहे। चुनाव खत्म होने के बाद अब ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हो गई है।
किस ब्लॉक के कितने शिक्षक
चुनाव ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों में 21 भदोही ब्लॉक, 18 ज्ञानपुर, नौ सुरियावां, डीघ ब्लॉक से 23 शामिल हैं। इसी तरह भदोही नगर से छह, अभोली से 10 और 16 औराई ब्लॉक के हैं। छह ब्लॉकों में सबसे अधिक संख्या डीघ ब्लॉक की है।
मुख्य विकास अधिकारी की संस्तुति पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने 106 शिक्षकों का जून महीने का वेतन रोकते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। साथ ही कहा गया कि अगर स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।