आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार फिलहाल अगले पांच दिनों तक दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ने के कोई आसार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि मानसून की बंगाल की खाड़ी से चलने वाली शाखा पिछली 31 मई से निष्क्रिय है जबकि अरब सागर से चलने वाली शाखा पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में अच्छी बारिश दे रही है।
बताते चलें कि पिछले साल भी उत्तर प्रदेश में मानसून देर से सक्रिय हुआ था। दरअसल मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा सक्रिय होने पर उड़ीसा से बिहार होते हुए गोरखपुर या वाराणसी के रास्ते उत्तर प्रदेश में सामान्यत: 18 से 20 जून के बीच दाखिल होती है।
यूपी के जिले और उनमें मानसून पहुंचने की तारीख दी गई यह डेटा सोर्स: मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव, BHU द्वारा साझा किया गया है.
20 जून
वाराणसी और सोनभद्र, मिर्जापुर, बलिया, गोरखपुर, गाजीपुर, कुशीनगर, देवरिया समेत पूर्वांचल के अधिकतर हिस्से।
21 जून
प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बस्ती, संत कबीर नगर, अकबरपुर, आजमगढ़।
22 जून
अयोध्या, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर, हरदोई, सीतापुर समेत पूरा अवध।
23 जून
बुंदेलखंड यानी- चित्रकूट, बांदा, फतेहपुर, बांदा, झांसी, ललितपुर आदि इलाकों में।
24 जून
लखीमपुर, कन्नौज, शाहजहांपुर, इटावा, मैनपुरी, एटा, बदायूं और बरेली।
25 जून
अलीगढ़, आगरा, मथुरा, बुलंदशहर ।
26 जून
गाजियाबाद, नोएडा, रामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर