मुजफ्फरपुर, नीट परीक्षा के दौरान मिठनपुरा के मालीघाट स्थित एक निजी स्कूल से सॉल्वर गैंग के शातिर के फरार होने के मामले में स्कूल प्रधानाचार्य की भूमिका को पुलिस संदिग्ध मान रही है।
पुलिस को मामले की जांच में प्रधानाचार्य की लापरवाही से जुड़े कई प्रमाण मिले हैं। हालांकि पुलिस की जांच अभी जारी है। इधर, मिठनपुरा थाने की पुलिस अगले सप्ताह सॉल्वर जोधपुर एम्स के तीसरे साल के छात्र हुकमा राम को गिरफ्तार करने जाएगी। उसके खिलाफ पुलिस ने केस टू कर दिया है। पुलिस इसके लिए जल्द ही आईजी से अनुमति लेगी।
सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि निजी स्कूल की प्राचार्य की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस टीम अगले सप्ताह जोधपुर एम्स के छात्र हुकरा राम को गिरफ्तार करने जाएगी। उससे पूछताछ की जाएगी। साथ ही प्राचार्य की भूमिका पर भी उससे सवाल किए जाएंगे। तथ्य मिलने के बाद प्राचार्य की गिरफ्तारी संभव है। सॉल्वर ने पकड़े जाने पर
बताया था कि वह चार लाख रुपये लेकर परीक्षा में बैठा था।
सिटी एसपी ने कहा कि हुकमा राम मूल निवासी पटना के राज पांडेय के नाम पर परीक्षा दे रहा था। एडमिट कार्ड पर उसी की तस्वीर थी, लेकिन बॉयोमेट्रिक जांच के दौरान उसकी एक भी अंगुली का मिलान नहीं हो सका। इसकी जानकारी प्राचार्य को दी गई। साथ ही युवक को परीक्षा से वंचित भी कर दिया गया। लेकिन, प्राचार्य ने इसकी सूचना परीक्षा के लिए तैनात दंडाधिकारी या पुलिस को नहीं दी।
एनएचआई का गेस्ट हाउस कराया था बुक
नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में सनसनीखेज तथ्य सामने आया है। इससे पूरे प्रकरण में बड़े ओहदेदारों की संलिप्तता का शक गहरा गया है। जेल में बंद परीक्षा माफिया व बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने एक परीक्षार्थी के लिए पटना स्थित एनएचएआई के गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था।