बदायूं। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ टैबलेट पर हाजिरी देने के विरोध में उतर आया हैं। वहीं, शासन की मंशा के अनुरूप कार्य किया जाए इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी भी नए सत्र में दबाव बनाने के लिए तैयार हैं।
सिर्फ कुछ ही शिक्षकों ने अभी तक टेबलेट पर हाजिरी भरने का काम किया है। अधिकतर शिक्षकों ने संघ के आह्वान पर ऑनलाइन हाजिरी भरने से इन्कार किया था और अपनी दिक्कतें गिनाईं थीं। इसमें सबसे मुख्य मुद्दा डाटा का था, जिसे विभाग ने हल कर दिया है।
शासन की तरफ से स्कूलों में टैबलेट का वितरण किया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए थे कि टैबलेट की मदद से शिक्षक, कक्षावार छात्रों की उपस्थिति दर्ज करेंगे, लेकिन शिक्षकों ने डाटा सहित सिम न दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए टैबलेट पर काम करने से इन्कार कर दिया था। लंबे इंतजार के बाद टैबलेट के लिए डाटा उपलब्ध कराया गया, अब शिक्षक संघ का कहना है कि ऑफलाइन होने वाले रजिस्टर के कार्यों को ऑनलाइन करेंगे, लेकिन शिक्षक अपनी और छात्रों की उपस्थिति किसी भी दशा में नहीं देंगे।
ये हैं मांगें
-सरकारी कर्मचारियों की तरह कैजुअल लीव (सीएल)
-प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को अवकाश।
-निर्धारित समय में आधे घंटे की छूट।
-आधे दिन का अवकाश मान्य किया जाए।
-शिक्षकों की मांगों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। यह सभी शिक्षकों की मौलिक सुविधाओं में शामिल है। इनको मिलने के बाद ही शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
संजीव शर्मा, प्रदेशीय प्रचार मंत्री, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ
शासन की जो मंशा है, उसके बारे में शिक्षकों को अवगत कराया जा रहा है। ताकि वह कार्य करें और साथ ही उपस्थिति भी दर्ज कराएं। स्वाती भारती, बीएसए