देवरियाः उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ की बैठक मंगलवार को प्रभावती देवी शिक्षक संस्थान कतरारी के परिसर में हुई। शिक्षकों व शिक्षामित्रों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान किए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की गई।
उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि 20 हजार से अधिक विद्यालयों के शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन से वंचित करना साजिश है। शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
शासन में बैठे कुछ अधिकारी वातानुकूलित कमरों में बैठकर बेतुके आदेश शिक्षकों पर थोप रहे हैं। जिसको संगठन कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यालय में कम संख्या में बच्चे हैं व उस गांव में कम लोग निवास करते हैं तो अधिक बच्चों को कहां से लाया जाए। उन्होंने कहा कि शैक्षिक सत्र
2024-2025 में शिक्षकों के ट्रांसफर के लिए अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। जिससे शिक्षकों में गुस्सा है।
शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को जून में 15 दिन के मानदेय से वंचित किया जा रहा है। यूनिफार्म व जूता-मोजा के लिए डीबीटी के माध्यम से 1200 रुपये अभी तक नहीं भेज गया। अभी तक कक्षा एक और दो की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पाईं। इस मौके पर प्रदेश मंत्री विद्या निवास यादव, जिलाध्यक्ष गेना यादव, रमेश कुमार, संजय कुशवाहा, विनय सिंह, रवि तिवारी, अब्बास अहमद, अतुल श्रीवास्तव, अंगद सिंह, मोहन तिवारी, संजय सिंह, रोशनी तिवारी, सविता सिंह आदि मौजूद रहे।