सूबे के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को आठ जुलाई यानी सोमवार से ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी। इससे पहले ही शिक्षकों ने विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है। शिक्षकों ने एक्स पर बायकॉट ऑनलाइन उपस्थिति ट्रेंड करा दिया है। सुबह 11 बजे के करीब एक्स पर इंडिया नंबर -1 पर ट्रेंड कर रहा था। इसके बाद एक्स पर बायकॉट ऑनलाइन दूसरे नंबर पर चल रहा है।
अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों ने एक्स पर इसे साझा किया है। शिक्षकों का कहना है कि गांव के कई स्कूलों में जाने के लिए रास्ते तक नहीं है। इसके साथ ही कई स्कूलों तक जाने के लिए साधन तक नहीं है। शिक्षक वैसे तो टाइम पर स्कूल पहुंच जाते हैं, लेकिन कभी क्रॉसिंग बंद, जाम, रूट डायवर्जन, बारिश, आंधी इन सब वजहों से जब हम कभी लेट होते हैं तो इसमें हमारा क्या दोष है? यह लिखकर ट्रेंड करा रहे हैं।
शिक्षकों ने एक्स पर लिखा है कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली से संबंधित अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि तकनीकी समस्याएं, इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी और तकनीकी ज्ञान की कमी।
शिक्षक आज भेजेंगे मुख्य मंत्री को ज्ञापन
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से सोमवार को पत्थर गिरजाघर पर ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे।
ऑनलाइन उपस्थिति का पुरजोर विरोध, की बैठक
वैचारिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक सरस्वती पार्क में रविवार को हुई। प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षकों की जायज मांग मान ले, चाहे दो बार ऑनलाइन हाजिरी लगवाए, लेकिन जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी हम ऑनलाइन उपस्थिति का विरोध करते रहेंगे। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री दिनेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि सरकार शहर और कस्बों में रहने वाले कार्यालयों, बैंको, ब्लॉक एवं जिला मुख्यालयो में आन लाइन उपस्थिति की व्यवस्था लागू नहीं होनी चाहिए।