बाराबंकी। बच्चों की कम संख्या के बावजूद परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों की फौज कम होगी। इन शिक्षकों को उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। डीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। शिक्षकों के समायोजन के लिए ऐसे स्कूलों का चिह्नीकरण भी शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक जिले में 300 से अधिक स्कूलों के शिक्षक दूसरे स्कूलों में समायोजित होंगे।
जिले में 2626 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। बंकी, देवा, निंदूरा, त्रिवेदीगंज व शहर क्षेत्र में कम बच्चों के बाद भी स्कूलों में छह से 14 तक शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात हैं जबकि ऐसे सैकड़ों स्कूल हैं जहां शिक्षक कम हैं या फिर एकल हैं। इस असंतुलन से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसे संज्ञान में लेते हुए 26 जून को शासनादेश जारी किया गया था।
बीएसए संतोष देव पांडेय ने बताया कि शिक्षकों के समायोजन के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। ऑफलाइन पर विचार नहीं किया जाएगा। अधिक व कम शिक्षक वाले स्कूलों को चिह्नित कर उनका ब्योरा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। समायोजन व स्थानांतरण की तारीख शासन द्वारा जल्द ही तय की जाएगी।
नियमावली के तहत होगा समायोजन व स्थानांतरण
समायोजन के लिए गठित कमेटी में डीएम अध्यक्ष, सीडीओ उपाध्यक्ष, डायट के प्राचार्य व वित्त एवं लेखाधिकारी सदस्य होंगे। बीएसए को सचिव बनाया गया है। यह कमेटी निशुल्क एवं अनिवार्य वाल शिक्षा अधिनियम 2009 व 2011 की नियमावली के तहत समायोजन व स्थानांतरण करेगी।
समायोजन व स्थानांतरण के प्रमुख बिंदु
■ शिक्षकों को स्वेच्छा से 25 विद्यालयों का विकल्प दिया जाएगा।
■ ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक ग्रामीण व नगर क्षेत्र के नगर में ही स्थानांतरित होंगे।
■ अधिक शिक्षक वाले स्कूलों में कनिष्ठ शिक्षक को चिह्नित किया जाएगा।
■ जिन स्कूलों में शिक्षक की जरूरत है, वहां से स्थानांतरण नहीं किया जाएगा।
■ ऑनलाइन आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।