नीति आयोग 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक 3 महीने का अभियान ‘संपूर्णता अभियान’ शुरू कर रहा है, जिसका उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों में 6 प्रमुख संकेतकों और आकांक्षी ब्लॉकों में 6 प्रमुख संकेतकों की संतृप्ति प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना है। ‘संपूर्णता अभियान’ का उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में पहचाने गए 6 संकेतकों में से प्रत्येक में संतृप्ति प्राप्त करना है।
‘सम्पूर्णता अभियान’ के अंतर्गत आकांक्षी जिलों में चिन्हित 6 KPI इस प्रकार हैं:
👉1-पहली तिमाही के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
👉2-आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
👉3-पूर्णतः प्रतिरक्षित बच्चों का प्रतिशत (9-11 माह) (बीसीजी+डीपीटी3+ओपीवी3+खसरा 1)
👉4-वितरित मृदा स्वास्थ्य कार्डों की संख्या
👉5-माध्यमिक स्तर पर कार्यात्मक विद्युत सुविधा वाले विद्यालयों का प्रतिशत
👉6-शैक्षणिक सत्र शुरू होने के एक महीने के भीतर बच्चों को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने वाले स्कूलों का प्रतिशत
आकांक्षी जिले और ब्लॉक कार्यक्रम के बारे में
देश के अपेक्षाकृत पिछड़े और दूरदराज के क्षेत्रों के तेजी से विकास को सुनिश्चित करने के लिए 112 जिलों को कवर करने वाले आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) को वर्ष 2018 में लॉन्च किया गया था। ADP ने अपने नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने वाले प्रमुख संकेतकों को बेहतर बनाने पर एक मापनीय और ठोस प्रभाव डाला है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) की सफलता पर निर्माण करते हुए, आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP) को 2023 में माननीय प्रधान मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया और इसका उद्देश्य देश भर के 500 ब्लॉकों में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेयजल और स्वच्छता, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढाँचे जैसे कई क्षेत्रों में आवश्यक सरकारी सेवाओं की संतृप्ति करना है।
✍️ निर्भय सिंह, लखनऊ