लखनऊ, परिषदीय स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां खत्म होने के बाद फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक कक्षा एक व कक्षा दो के 42 लाख विद्यार्थियों के बस्ते खाली हैं। इन्हें अभी तक निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें नहीं मिली हैं। लखनऊ, बलिया व देवरिया सहित तमाम जिलों में मुख्यालय तक किताबें पहुंचा दी गई हैं, लेकिन यहां से विद्यालय तक पहुंचाने का कार्य अभी बाकी है। अभी यहां से खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कार्यालय और फिर वहां से न्याय पंचायत संसाधन केंद्रों (एनपीआरसी) तक फिर विद्यालय पहुंचेंगी। वहीं कार्य पुस्तिकाओं की छपाई का काम अब शुरू हुआ है।
राज्य पाठ्य-पुस्तक अधिकारी माधव तिवारी का कहना है कि पाठ्य-पुस्तकें तेजी से जिलों में पहुंचाई जा रही हैं। जिले तक पहुंचने के बाद वहां के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें विद्यालय तक पहुंचाएं। किसी भी कीमत पर शिक्षक किताबें ढोकर स्कूल नहीं ले जाएंगे। फिलहाल विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हो गई है और किताबें पहुंचना अभी बाकी है। वहीं कक्षा एक व कक्षा दो के विद्यार्थियों को दो-दो अभ्यास पुस्तिकाएं भी दी
जानी है, लेकिन अब इनकी छपाई का कार्य शुरू हो पाया है। ऐसे में अभी 15 दिन बाद ही ये विद्यालय तक पहुंच पाएंगी। कक्षा एक व कक्षा दो में इस शैक्षिक सत्र 2024- 25 से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम लागू किया गया है। फिर मार्च में चुनाव आचार संहिता लगने के कारण टेंडर की प्रक्रिया में देरी हुई। चुनाव आयोग की अनुमति के बाद टेंडर किया गया और फिर छपाई शुरू हुई। ऐसे में छात्रों को कठिनाई हो रही है। एक अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हुआ था। गर्मियों की छुट्टियां खत्म होने के बाद फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है।