अलीगढ़, । राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की रविवार की एटा चुंगी स्थित कैंप कार्यालय पर बैठक हुई। जिसमें संगठन ने डिजीटल हाजिरी का पुरजोर विरोध करते हुए आंदोलन की रणनीति तैयार की। यही नहीं सभी टेचलेट को बीआरसी पर जमा करने का
भी ऐलान किया है। जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश चौहान ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों से बिना विचार
विमर्श किए आनन-फानन में ऑनलाइन अटेंडेंस का तुगलगी फरमान जारी कर दिया है, जो शिक्षकों के लिए ठीक नहीं है। शासन के आदेश पर अधिकारी भी जबरन शिक्षकों से डिजीटल हाजिरी लगाकर अपना नंबर बढ़ा रहे हैं। शनिवार को जिस तरह अधिकारियों जबरन हाजिरी लगवाई, अगर ऐसा सोमवार को किया गया तो ठीक नहीं होगा। शिक्षकों की मांगों को पूरा होने के बाद ही ऑनलाइन अटेंडेंस शुरू होगा। परंतु सरकार ने मांगों को मनाना तो बहुत दूर, सरकार शिक्षकों से वार्ता करने के लिए
तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में संगठन आंदोलन के लिए बाध्य है। इसी का परिणाम है कि एआरपी अपने अतिरिक्त कार्य से इस्तीफा दे रहे हैं। साथ ही शिक्षक विभागीय ग्रुपों से बाहर हो रहे हैं। 16 जुलाई संकुल बैठक का बहिष्कार और समस्त टैबलेट को बीआरसी पर जमा करने पर कार्य किया जाएगा। इस मौके पर डॉ. मंजू गौतम, सतीश कुमार चौहान, बबलू शर्मा, भानु प्रताप सिंह, रणबीर सिंह, विपुल राजीरा, सुनील सिंह, माहे जेहरा, मनोज वाष्णेय, सुमित कुमार सिंह आदि रहे।