रविशंकर गुप्ता / अमृत विचार लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के 1.33 लाख सरकारी स्कूलो में तैनात 6 लाख से अधिक शिक्षकों को बड़ी राहत मिल गई है। शिक्षा महानिदेशक ने बड़ा बदलाव करते हुए शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति में राहत प्रदान की है। शिक्षा महानिदेशक ने अमृत विचार बातचीत में कहा कि शिक्षक ही विद्यालयों को निपुण बना सकते हैं। शिक्षकों को आ रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए बदलाव किए गये हैं। ऐसे में शिक्षक अब टैबलेट के माध्यम से विद्यालय समय अवधि में किसी भी समय हाजिरी लगा सकेंगे।
अमृत विचार से बातचीत में शिक्षा महानिदशेक ने कहा कि समीक्षा में यह पाया गया है कि विद्यालयों में डिजिटाइज रजिस्टर के माध्यम से उपस्थिति भरने की प्रक्रिया वर्तमान में प्रातः 8:30 बजे तक ही अनुमन्य है। डिजिटाइज़ रजिस्टर के माध्यम से उपस्थिति भरने की प्रक्रिया ऐप द्वारा प्रातः 8:30 बजे के बाद सम्पादित नहीं की जाती है, जिससे प्रातः 8:30 बजे के बाद जिन विद्यालयों में समस्या संज्ञानित होती है उसका तकनीकी टीम द्वारा निदान संभव नहीं हो पा रहा है।
डीजी ने अमृत विचार से बातचीत में कहा कि अब यह निर्धारित हुआ है कि प्रक्रिया के स्थापित होने तक विद्यालय की पूर्ण अवधि में किसी भी समय डिजिटाइज रजिस्टर ऐप का प्रयोग किया जा सकेगा, जिससे कि विद्यालय अवधि में विद्या समीक्षा केन्द्र तथा विभागीय व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से राज्य स्तर तक संज्ञानित कराये गये प्रकरणों का निवारण विद्यालय कार्य अवधि में किया जा सकेगा। डीजी ने सभी अधिकारियों साथ कल की थी समीक्षा
पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन के संबंध में जारी शासनादेश के क्रम में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा की अध्यक्षता में सभी एडी बेसिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) एवं जिला समन्वयक (एम०आई०एस०) के साथ समीक्षा बैठक कल की गई थी। समीक्षा बैठक के उपरान्त सभी एडी बेसिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) एवं जिला समन्वयक (एमआईएस) के साथ ऑनलाइन माध्यम से 12 डिजिटल पंजिकाओं के संबंध में विस्तृत अभिमुखीकरण किया गया तथा सभी 12 डिजिटल पंजिकाओं को लागू किये जाने के संबंध में सर्वसंबंधित को कार्रवाई निर्देशित की गई थी।