यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट को पिछले साल भारत द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार पेश किया गया था अब कई और देशों से आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध होगा।
विदेशी लोग मेड इन इंडिया तकनीक की सुविधा उपयोग कर सकते हैं। इससे नकदी ले जाने की आवश्यकता और विदेशी मुद्रा लेनदेन की मुश्किलें काफी हद तक खत्म हो जाएंगी।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने सोमवार को दुनियाभर के सभी देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट शुरू करने की घोषणा की। यह पहल अंतरराष्ट्रीय विजिटर्स को सहज, वास्तविक समय डिजिटल भुगतान अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई है।
यूपीआई यूजर्स को मिली नई सर्विस
यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट को पिछले साल भारत द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार पेश किया गया था, अब कई और देशों से आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध होगा। विदेशी लोग मेड इन इंडिया तकनीक की सुविधा उपयोग कर सकते हैं। इससे नकदी ले जाने की आवश्यकता और विदेशी मुद्रा लेनदेन की मुश्किलें काफी हद तक खत्म हो जाएंगी।
कहां कर पाएंगे इस्तेमाल
यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट का लाभ पासपोर्ट और वैध वीजा के आधार पर पूर्ण केवाईसी प्रक्रिया के बाद हवाई अड्डों, होटलों और दूसरे टचपॉइंट्स पर अधिकृत पीपीआई जारीकर्ताओं के माध्यम से उठाया जा सकता है।एनपीसीआई के प्रवक्ता ने कहा इस सर्विस को शुरू करने के पीछे का मकसद विदेशों से आने वाले लोगों की मुश्किलों को कम करना है।
इसे यूपीआई से लैस करके उनके अनुभव को बेहतर बनाना है, जो भारतीयों के बीच सबसे पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन है। अंतर्राष्ट्रीय यात्री यूपीआई वन वर्ल्ड का उपयोग करके अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
यह सुविधाजनक लोडिंग की अनुमति देता है। विदेशी यात्रियों को भारत द्वारा विकसित वास्तविक समय भुगतान प्रणाली का अनुभव करने के लिए डिजिटल पेमेंट सिस्टम को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय यात्री केवल क्यूआर कोड स्कैन करके मर्चेंट स्थानों पर भुगतान करने के लिए यूपीआई वन वर्ल्ड ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह सुविधा भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन में एनपीसीआई, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और ट्रांसकॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड के संयुक्त प्रयासों से संभव हुई है।