प्रयागराज,। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर राजकीय स्कूलों की सीसीटीवी कैमरों से ऑनलाइन निगरानी से पढ़ाई-लिखाई की पोल खुलने लगी है। लखनऊ में स्थापित विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से सात से 21 तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में 64 राजकीय स्कूलों की पढ़ाई में तमाम कमियां देखने को मिली हैं। कमियों के संबंध जब प्रधानाचार्यों से संपर्क किया तो 20 का फोन उठा नहीं और कॉल बैक भी नहीं किया। इनमें से 14 प्रधानाचार्यों का नंबर नॉट रीचेबल था, जबकि सात का फोन स्विच ऑफ था।
कुछ प्रधानाचार्यों ने ऑनलाइन निगरानी के संबंध में जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने 15 मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशकों और संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षकों को 22 अगस्त को ऐसे स्कूलों की सूची भेजते हुए प्रधानाचार्य का उत्तरदायित्व निर्धारित करने और एक सप्ताह में इसकी सूचना शिक्षा निदेशालय को भेजने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इन स्कूलों का स्वयं निरीक्षण कर समय-सारिणी के अनुसार पठन-पाठन सुनिश्चित कराने को कहा है।