सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा सख्त निगरानी के बीच शुक्रवार को शुरू हुई। पहले दिन दो पालियों में कुल 56674 अभ्यर्थी इसमें शामिल हुए, जबकि 78144 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। डीएम सूर्य पाल गंगवार, एडीएम प्रशासन शुभी सिंह और एडीएम राकेश सिंह लगातार निरीक्षण पर रहे।
सुबह 10 से दोपहर 12 और दिन में 3 से शाम 5 बजे तक शहर के 81 केन्द्रों पर यह परीक्षा हो रही है। पहले दिन समय का पूरा खयाल रखा गया। प्रत्येक सेंटर के गेट ठीक 930 बजे बंद कर दिए गए। इसके बाद किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। डीएम ने बताया कि प्रति पाली 3972 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इनमें से पहली पाली में कुल 10957 परीक्षार्थी और दूसरी पाली में 10513 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
उतरवाए गए जूते-मोजे, हेयरपिन भी छोड़नी पड़ी परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों को तीन स्तरों पर चेकिंग का सामना करना पड़ा। निर्देश के बावजूद जूते-मोजे पहन कर आए अभ्यर्थियों को उन्हें उतारना पड़ा। चश्मा और हेयरपिन भी ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। सख्ती और जांच से अलग प्रत्येक केन्द्र के चप्पे-चप्पे की लाइव फुटेज सीसीटीवी से कंट्रोल रूम में देखी जा रही है। हर परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल जैमर भी लगाए गए हैं। कड़ी सुरक्षा बरती गई।
जिलाधिकारी ने किया कई केंद्रों का निरीक्षण
डीएम सुबह से ही निरीक्षण पर निकल गए। शुरुआत लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित परीक्षा केन्द्र से की। यहां उन्होंने परीक्षा कक्ष, पर्यवेक्षकों की व्यवस्था को देखा। इसके बाद बाबूगंज स्थित रामाधीन इंटर कॉलेज पहुंचे। डीएम ने नेशनल पीजी कॉलेज, राजकीय पॉलीटेक्निक, महिला पॉलीटेक्निक समेत कई परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। साथ ही सेक्टर, स्टैटिक मजिस्ट्रेटों से बातचीत की। साथ ही सुरक्षा को लेकर बातचीत की। परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।