एटा। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के समायोजन की सूची कार्यालय पर चस्पा कर दी गई है, लेकिन इससे शिक्षक व शिक्षक नेता संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि सूची में ऐसे विद्यालयों का नाम ही नहीं है जिनमें छात्र संख्या अधिक है और शिक्षक कम हैं।
जिले में समायोजन के लिए सहायक अध्यापक 58 व 1 प्रधानाध्यापक की सूची चस्पा की गई है। इसके सापेक्ष रिक्त वाले 63 विद्यालयों की सूची चस्पा है। उन्हेंने बताया गया कि एक शिक्षक 25 विद्यालयों का विकल्प भर सकता है। सूची चस्पा होने के बाद 2 सितंबर तक आपत्तियां मांगी गईं हैं। हालांकि शुक्रवार को कार्यालय पर कोई आपत्ति नहीं आई। वहीं शिक्षक नेताओं सहित शिक्षकों ने समायोजन की सूची पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि सूची में ऐसे विद्यालयों को छोड़ दिया गया है जहां छात्र संख्या 200 या फिर इससे भी अधिक है। वहां 3 शिक्षक तैनात हैं।
ऐसे कई विद्यालय हैं जहां शिक्षकों की जरूरत है, लेकिन उन विद्यालयों का सूची में नाम ही नहीं है। शिक्षक नेताओं ने बताया कि सूची समझ से परे है। ऐसे स्कूलों के नाम छोड़ दिए गए हैं जो दो शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं। जबकि छात्र संख्या वहां अधिक है। इसके अलावा आपत्तियां दर्ज कराने का समय भी कम रखा गया है। आपत्तियों के लिए समय बढ़ाना चाहिए।
कंपोजिट के प्रधानाध्यापकों के लिए कुछ नहीं
शिक्षक नेताओं ने कहा समायोजन की सूची लाने से पहले सरकार को कंपोजिट विद्यालयों में प्राथमिक स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापकों के बारे में सोचना चाहिए। एक विद्यालय में दो-दो प्रधानाध्यापक तैनात है। ऐसे में प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक के बारे में सोचना चाहिए था। सही मायने में सूची समझ से परे हैं।