कैसे करेगा काम
इस सेवा के लॉन्च के बाद यूजर्स को एक नोटिफिकेशन मिलेगा। इसमें उनसे पूछा जाएगा कि क्या वे अपने बचत खाते को यूपीआई के लिए किसी अन्य के साथ साझा करना चाहते हैं। यदि यूजर इस सेवा को सक्रिय करना चाहता है तो वह नोटिफिकेशन को स्वीकार कर सकता है। इस सेवा को सक्रिय करने के लिए एक सत्यापन प्रक्रिया होगी है, जिसे पूरा करने के बाद ही यह प्रणाली सक्रिय होगी।
नकदी पर निर्भरता घटेगी और बच्चों के खर्च पर अधिक नियंत्रण की सुविधा मिलेगी
नई दिल्ली, हिन्दुस्तान ब्यूरो। अगर आप यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं तो अब आपके बचत खाते में यूपीआई का इस्तेमाल आपके परिवार के सदस्य भी कर सकते हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म पर यूपीआई सर्किल-डेलीगेट पेमेंट्स नामक एक नई सुविधा शुरू की है। हाल ही में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस सुविधा को शुरू करने का ऐलान किया था।
यह सुविधा प्राइमरी खाताधारक को परिवार के सदस्यों या परिचितों जैसे अन्य उपयोगकर्ताओं को अपने खाते से यूपीआई के जरिये लेनदेन के अधिकार सौंपने से जुड़ी है। प्रथम खाताधारक जिन लोगों को चाहें उन्हें अपने खाते से पूर्ण या आंशिक भुगतान का अधिकार सौंप सकता है।
यूपीआई सर्किल-डेलीगेट पेमेंट्स का उद्देश्य उन लोगों को इस सेवा को मुहैया कराना है जिनके पास डिजिटल लेन-देन का विकल्प नहीं है। साथ ही यह परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों को डिजिटल रूप से लेन-देन करने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करके बैंकिंग और गैर-बैंकिंग उपयोगकर्ताओं के बीच की खाई को पाटने का प्रयास है।
इस सुविधा से लोगों की नकदी पर निर्भरता कम होगी है और माता-पिता को अपने परिवार के लोगों और बच्चों के खर्च पर अधिक निगरानी और नियंत्रण रखने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए अधिकतम मासिक सीमा 15,000 रुपए तक है। जबकि अधिकतम लेनदेन सीमा 5,000रुपये है। यूपीआई सर्कल उन यूजर को सशक्त बनाने को डिजाइन किया गया है, जिनका अपने वित्त पर सीधा नियंत्रण नहीं हो सकता है।