नेशलन मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन हुई बैठक में 29 अगस्त से आंदोलन चलाने पर सहमति जताई गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी ने कहा कि ओपीएस से कम कुछ स्वीकार नहीं है। पुरानी पेंशन बहाली के लिए नए सिरे से अभियान चलाने का फैसला लिया गया। इसके खिलाफ 29 अगस्त को सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जाएगा।
अभी तक न्यू पेंशन स्कीम का विरोध करते हुए पुरानी पेंशन बहाली की मांग पुरजोर तरीके से की जा रही थी। अब नई पेंशन स्कीम यूपीएस का विरोध शुरू हो रहा है। एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि सरकार हूबहू पुरानी पेंशन बहाल करे, क्योंकि देश का शिक्षक व कर्मचारी यूपीएस से सहमत नही है। एनपीएस से भी खराब यूपीएस है। ऐसे शिक्षक कर्मचारियों अधिकारियों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। पूरी जिंदगी की 10 प्रतिशत की कमाई उसका काट करके वापस भी नहीं किया जा रहा है।
पुरानी पेंशन सुरक्षा की मजबूत कड़ी:पुरानी पेंशन सामाजिक सुरक्षा की मजबूत कड़ी है और असल में सामाजिक सुरक्षा पुरानी पेंशन से ही संभव है। ऐसे में प्रधानमंत्री से पुन: मांग की गई है कि पुरानी पेंशन बहाल करें। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव स्थित प्रज्ञा, अमरीक सिंह, वी.शांताराम, सुखजीत सिंह, परमानंद डेहरिया आदि मौजूद रहे।
छह चरणों में सिलसिलेवार आंदोलन की रणनीति तैयार
1. 29 अगस्त को अखिल भारतीय कम्पेन ट्विटर हैंडल एक्स पर नो एनपीएस, नो यूपीएस पोस्ट करेंगे
2. एनपीएस और यूपीएस के खिलाफ 2 से 6 सितंबतर तक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे
3. 15 सितंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में आयोजित करके आंदोलन को धार देंगे
4. 26 सितंबर सभी जिला मुख्यालयों पर एनपीएस, यूपीएस के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन की तैयारी
5. पुरानी पेंशन बहाली नहीं होने पर अक्तूबर माह में ओपीएस को लेकर दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन
6. ओपीएस पर नवंबर-दिसंबर में संसद भवन दिल्ली का घेराव करने को लेकर योजना बनाई जाएगी