लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में चल रही समायोजन प्रक्रिया में एक तरफ जहां आपत्ति के समय को लेकर मनमानी हुई है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि कई विद्यालयों में जगह खाली है लेकिन सूची में उन स्कूलों को दिखाया ही नहीं गया है। जबकि यह विद्यालय भी ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं।
परिषदीय विद्यालयों में ज्यादा शिक्षकों से कम शिक्षकों वाले विद्यालयों में समायोजन की हाल
सचिव के आदेश पर भी कुछ ही जिलों ने संशोधित की आपत्ति तिथि
ही में सूची जारी की गई है। इसमें कई जिलों में आपत्ति के लिए मनमाना समय तय किया गया है। अमर उजाला में इससे जुड़ी खबर प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को कई जिलों ने इसमें संशोधित आदेश जारी कर दिया। तो कुछ ने अभी भी कोई आदेश नहीं जारी किया है। इससे ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
दूसरी तरफ शिक्षकों ने बताया कि आपत्ति को लेकर भी काफी कम जगह दी गई है। मात्र चार बिंदुओं पर ही अपनी आपत्ति देनी है। जबकि समायोजन को लेकर कई आधार बनाए गए हैं। वहीं कई विद्यालय ऐसे हैं जहां शिक्षकों के एक-दो पद खाली हैं लेकिन उनका नाम सूची में नहीं है। फिलहाल शिक्षक इस सूची पर दो सितंबर तक आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। विभाग इन आपत्तियों को लेकर उसका निस्तारण कर आगे की प्रक्रिया पूरी करेगा