लखनऊ। 69000 शिक्षकों की भर्ती को लेकर कोर्ट के फैसले का विपक्ष के साथ ही भाजपा और सहयोगी दलों के पिछड़े नेताओं ने भी स्वागत किया है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने एक्स हैंडल पर कोर्ट के फैसला का स्वागत करते हुए लिखा है कि शिक्षकों की भर्ती में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला सामाजिक न्याय की दिशा में स्वागत योग्य कदम है। यह उन पिछड़ा व दलित वर्ग के पात्रों की जीत है, जिन्होंने अपने अधिकार के लिए लंबा संघर्ष किया। उनका मैं तहेदिल से स्वागत करता हूं।
वहीं, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग के के पूर्व सदस्य कौशलेन्द्र पटेल ने भी कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण के मुद्दे पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के दृष्टिकोण को उच्च
न्यायालय ने सही माना है। साथ ही उन्होंने इस मामले में शासन को गुमराह करने वाले शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। ब्यूरो
69 हजार शिक्षकों के मुद्दे पर कोर्ट के फैसले का पक्ष व विपक्ष ने किया स्वागत
■ सुभासपा के प्रमुख प्रवक्ता अरुण राजभर ने भी कोर्ट के फैसले को पिछड़े समाज के साथ न्याय करार दिया है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी 69000 शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण में नियमों की अनदेखी की बात माना था। अब उम्मीद है कि नई सूची में पिछड़ों के हक का ध्यान रखा जाएगा।
अपना दल कमेरावादी की नेता व सपा विधायक डॉ. पल्लवी पटेल ने एक्स पर कहा कि लंबे समय से चल रहे इस 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले के विरुद्ध छात्र-छात्राओं के आंदोलन को देश की न्यायपालिका ने सुखद न्याय दिया है।
69000 शिक्षक भर्ती मामले में केशव प्रसाद मौर्या जी ने क्या कहा, देखें