जासं, कानपुर : परिषदीय स्कूलों में 50 से कम छात्र संख्या वाले 773 स्कूलों का पास के स्कूलों में विलय (मर्ज) किया जाएगा। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों का विलय करने का प्रस्ताव मांगा है। बड़ी संख्या में स्कूलों के विलय किए जाने के फैसले पर जूनियर हाईस्कूल महासभा के पदाधिकारियों ने विरोध जताया है। मंगलवार को पदाधिकारियों ने बैठक में बीएसए को ज्ञापन देने का फैसला लिया।
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महासभा के प्रांतीय संयोजक अनुग्रह त्रिपाठी ने बताया कि 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को पास के विद्यालयों में विलय करने का प्रस्ताव मांगा गया है। जो कि सरासर गलत है। ग्रामीण
अंचलों में लगातार होता पलायन एवं गिरती जनसंख्या के कारण परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों की संख्या में कमी आ रही है। जिसके लिए वर्तमान भौगोलिक परिस्थितियां जिम्मेदार हैं इसके लिये अध्यापकों एवं पठन-पाठन व्यवस्था को दोषी देना न्याय संगत नहीं है। बैठक में दिनकर त्रिवेदी, अर्चित शुक्ल, नेहा गुप्ता, शिल्पी कटियार मौजूद रहे
राज्य परियोजना कार्यालय से 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में विलय करने की जानकारी मांगी गई है। सभी खंड शिक्षा अधिकारी को प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए, कानपुर नगर