जासं, कानपुर : परिषदीय स्कूलों में 50 से कम छात्र संख्या वाले 773 स्कूलों का पास के स्कूलों में विलय (मर्ज) किया जाएगा। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों का विलय करने का प्रस्ताव मांगा है। बड़ी संख्या में स्कूलों के विलय किए जाने के फैसले पर जूनियर हाईस्कूल महासभा के पदाधिकारियों ने विरोध जताया है। मंगलवार को पदाधिकारियों ने बैठक में बीएसए को ज्ञापन देने का फैसला लिया।

- सहयोगार्थ प्रेषित👉 यदि आप का स्थानांतरण किसी भी प्रक्रिया से एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में हुआ है तो भौतिक कार्यमुक्ति/कार्यभार प्रक्रिया के अतिरिक्त भी आपको ऑनलाइन होने वाली निम्न प्रक्रियाओं का ध्यान रखना हैं…
- FAQ: स्थानांतरण के बाद कैसे पता लगे कि *मेरी मानव सम्पदा आईडी (ehrms) अभी मेरे नए स्कूल में ट्रांसफर हुई है या नहीं??
- विद्यालय मर्जिंग के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान👇
- 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन के अन्तर्गत आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर विद्यालयों के रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में
- अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को मर्जर किये जाने सम्बन्धी 16 जून 2025 के आदेश पर रोक लगाने के सम्बंध में
महासभा के प्रांतीय संयोजक अनुग्रह त्रिपाठी ने बताया कि 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को पास के विद्यालयों में विलय करने का प्रस्ताव मांगा गया है। जो कि सरासर गलत है। ग्रामीण
अंचलों में लगातार होता पलायन एवं गिरती जनसंख्या के कारण परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों की संख्या में कमी आ रही है। जिसके लिए वर्तमान भौगोलिक परिस्थितियां जिम्मेदार हैं इसके लिये अध्यापकों एवं पठन-पाठन व्यवस्था को दोषी देना न्याय संगत नहीं है। बैठक में दिनकर त्रिवेदी, अर्चित शुक्ल, नेहा गुप्ता, शिल्पी कटियार मौजूद रहे
राज्य परियोजना कार्यालय से 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में विलय करने की जानकारी मांगी गई है। सभी खंड शिक्षा अधिकारी को प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए, कानपुर नगर